BJP National Convention: देश की राजधानी दिल्ली में शनिवार (17 फरवरी) बीजेपी का राष्ट्रीय अधिवेशन हुआ. इसमें पार्टी के सभी दिग्गज नेताओं ने हिस्सा लिया. राष्ट्रीय अधिवेशन में सियासी प्रस्ताव से लेकर किसानों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के जरिए किए गए कार्यों की जानकारी दी गई. अधिवेशन के पहले दिन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण तक ने बीजेपी नेताओं-कार्यकर्ताओं को संबोधित किया.
राष्ट्रीय अधिवेशन में 'विकसित भारत-मोदी की गारंटी' नाम से प्रस्ताव पारित किया गया. इसमें कई नेताओं ने दक्षिण भारत, किसानों और सिख समुदाय के लिए किए गए कार्यों आदि का जिक्र किया. बीजेपी की तरफ से आज लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए थीम सॉन्ग भी लॉन्च किया जाएगा. ऐसे में आइए जानते हैं कि राष्ट्रीय अधिवेशन के पहले दिन क्या-क्या हुआ और दिल्ली के भारत मंडपम में हो रहे कार्यक्रम के दूसरे दिन क्या-क्या होने वाला है.
बीजेपी अधिवेशन के पहले दिन क्या-क्या हुआ?
- राष्ट्रीय अधिवेशन में विपक्षी गठबंधन इंडिया पर आरोप लगाया गया कि वह देश को जाति के आधार पर बांटकर विभाजनकारी राजनीति कर रही है. इसमें जोर दिया गया कि पीएम मोदी ने बताया है कि देश में सिर्फ चार ही जातियां हैं, जिसमें गरीब, किसान, महिलाएं और युवा शामिल हैं. सरकार इन चार जातियों को सशक्त बनाने के लिए योजनाएं ला रही हैं.
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रस्ताव पर अपनी टिप्पणी करते हुए बताया कि हमारी सरकार ने किसानों के हित में बहुत काम किया है. पीएम मोदी किसानों को अपना परिवार मानते हैं. उन्होंने बताया कि पीएम मोदी जो कहते हैं, उसे पूरा करते हैं. भारतीय राजनीति में विश्वसनीयता के संकट की चुनौती को अगर किसी ने सिर उठाकर चुनौती दी है तो वह मोदी हैं.
- बीजेपी के राष्ट्रीय अधिवेशन में पश्चिम बंगाल के संदेशखालि में हुई हिंसा और महिलाओं के साथ हुए यौन उत्पीड़न का भी मुद्दा उठा. राजनाथ सिंह ने कहा कि संदेशखालि में जो कुछ हुआ है, वो किसी भी सभ्य समाज के लिए कलंक है. संदेशखालि में महिलाओं ने आरोप लगाया है कि टीएमसी के सदस्यों ने उनके साथ यौन उत्पीड़न किया है और जमीनें हड़प ली गई हैं.
- राष्ट्रीय अधिवेशन में वैश्विक मुद्दों पर भी बात हुई. युद्धग्रस्त यूक्रेन से भारतीय छात्रों की वापसी हो या फिर हाल ही में कतर की जेल में बंद मौत की सजा पाए भारतीय नौसेना के पूर्व नौसैनिकों की रिहाई हो, इन सभी मुद्दों पर चर्चा की गई. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि अब दौर बदल चुका है और पुरानी सरकारों के उलट आज दुनिया मोदी सरकार के साथ भारत को सुनती है.
- राम मंदिर का मुद्दा का भी बीजेपी अधिवेशन में चर्चा का विषय बना. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर बनने की उपलब्धि ने पांच शताब्दियों से अधिक समय से भक्तों का इंतजार खत्म कर दिया है. मंदिर के बनने से सनातन धर्म के अनुयायियों को बहुत खुशी है. सीएम योगी ने जब राम मंदिर का जिक्र किया, तो पूरा हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा.
- बीजेपी के प्रस्ताव में धारा 370 हटाने, तीन तलाक को गैर-कानूनी बनाने, जीएसटी, नागरिकता संशोधन कानून, नया संसद भवन, नारी शक्ति वंदन अधिनियम, भारतीय न्याय संहिता, चंद्रयान मिशन आदि का भी जिक्र किया गया है. इसके अलावा करतारपुर कॉरिडोर और देश में तेजी से रेलवे के हो रहे बिजलीकरण को लेकर भी बात की गई.
भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था का भी हुआ जिक्र
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रस्ताव का समर्थन करते हुए कहा कि जिस वक्त दुनिया आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रही थी, उस वक्त भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है. निर्मला सीतारमण ने बीजेपी के राष्ट्रीय अधिवेशन में तमिल और तेलुगू में बात की. आइए जानते हैं कि सीतारमण के भाषण की प्रमुख बातें क्या रहीं हैं.
- सीतारमण ने कहा कि भारत इस समय प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेज गति से बढ़ रहा है और दुनिया भर में निवेश का झुकाव भारत की ओर. उन्होंने इसे पिछले दशक की महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया.
- वित्त मंत्री ने कहा कि यूपीए सरकार के कार्यकाल में भारतीय अर्थव्यस्था 'सबसे कमजोर पांच' अर्थव्यवस्थाओं में थी. आज देश की अर्थव्यवस्था टॉप पांच में पहुंच गई है. ये भारत के विकास को दर्शाता है.
- निर्मला सीतारमण ने बताया कि कांग्रेस की सरकार के उलट हमारी सरकार में कृषि बजट में पांच गुना बढ़ोतरी हुई है. उन्होंने बताया कि आज देश का कृषि बजट 1.25 लाख करोड़ रुपये हो गया है.
- किसान प्रदर्शन के बीच प्रस्ताव में बताया गया कि एमएसपी पर अनाज की रिकॉर्ड खरीददारी की गई है. किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों को 2.8 लाख करोड़ रुपये ट्रांसफर हुए हैं.
बीजेपी के राष्ट्रीय अधिवेशन में आज क्या होगा?
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, राष्ट्रीय अधिवेशन के दूसरे और अंतिम दिन रविवार (18 फरवरी) को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शामिल होंगे. सूत्रों ने बताया है कि अमित शाह कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के खिलाफ प्रस्ताव पेश करने वाले हैं. इस प्रस्ताव में कांग्रेस के जरिए की जा रही नकारात्मक और संकीर्ण राजनीति की आलोचना की जाएगी. प्रस्ताव के जरिए कांग्रेस को गरीब विरोधी और अस्थिरता की जननी बताकर निशाने पर लिया जाएगा.
अमित शाह जिस प्रस्ताव को पेश करने वाले हैं, उसमें इंडिया गठबंधन के जरिए कथित तौर पर फैलाई जा रही कुटिलता, कटुता और भ्रष्टाचार को लेकर भी उसकी आलोचना की जाएगी. बीजेपी परिवारवाद जैसे मुद्दों को लेकर भी गठबंधन को घेरने की तैयारी में हैं.
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