नई दिल्ली: तीन राज्यों में हार के बाद पहली बार बीजेपी मुख्यालय में संगठन की बैठक हुई. बैठक की अध्यक्षता पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने की. इस बैठक में 2019 की तैयारियों के मद्देनजर पार्टी के सभी 7 मोर्चों के अधिवेशन के का फैसला लिया गया. जो देश के अलग अलग हिस्सों में होंगे. देश मे सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में किसान अधिवेशन होगा जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सम्बोधन होगा. हालांकि बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव भूपेंद्र यादव ने बताया कि संगठन की ये बैठक पहले से तय थी. हाल ही में तीन राज्यों में हुई पार्टी की पराजय पर इस बैठक में कोई चर्चा नहीं हुई.


कब, कहां किस मोर्चे के अधिवेशन?

11 और 12 जनवरी को दिल्ली में राष्ट्रीय परिषद का अधिवेशन होगा. 15 और 16 दिसंबर को युवा मोर्चा का दिल्ली के सिविक सेंटर में अधिवेशन करेगा. जिसमें पार्टी अध्यक्ष समेत कई बड़े नेता हिस्सा लेंगे.


21 और 22 दिसंबर को महिला मोर्चा का अधिवेशन अहमदाबाद में होगा. इस दौरान पीएम मोदी का संबोधन भी होगा. 19, 20 जनवरी को अनुसूचित जाति मोर्चे के अधिवेशन नागपुर में आयोजन किया जाएगा. इसमें ज़िले से लेकर सभी पदाधिकारी इसमें भाग लेंगे. इसमेम अमित शाह, नितिन गडकरी, थावरचंद गहलोत मौजूद रहेंगे.


अल्पसंख्यक मोर्चे के अधिवेशन 31 जनवरी, 1 फरवरी को दिल्ली में होगा. इस दैरान भी पार्टी अध्यक्ष अमित शाह मौजूद रहेंगे. 2 और 3 फरवरी को ST मोर्चे का भुवनेश्वर में आयोजन किया जाएगा. इस अधिवेशन में राजनाथ सिंह मौजूद रहेंगे. 15 और 16 फरवरी को पिछड़े मोर्चे का अधिवेशन पटना में होगा.


किसान मोर्चे का राष्ट्रीय अधिवेशन 21 और 22 फरवरी को यूपी में होगा. पीएम मोदी इसे सम्बोधित करेंगे. यूपी में ये अधिवेशन कहां होगा इसकी जगह अभी तय नहीं है.