(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
मोदी नहीं बदल पाए इतिहास...इन सीटों की कसक रह गई
आजादी के बाद से गुजरात की कुछ सीटें ऐसी रही हैं जहां बीजेपी कभी नहीं जीत पाई, उन सीटों पर कांग्रेस का ही कब्जा रहा है और इतिहास इस बार भी नहीं बदला.
गुजरात विधानसभा चुनाव रिजल्ट 2017: आजादी के बाद से गुजरात की कुछ सीटें ऐसी रही हैं जहां बीजेपी कभी नहीं जीत पाई, उन सीटों पर कांग्रेस का ही कब्जा रहा है और इतिहास इस बार भी नहीं बदला. कांग्रेस इस बार भी अपने उन किलों को बचाने में कामयाब रही. जिन सीटों की हम बात कर रहे हैं उनकी संख्या 4 है. नाम है:
महुधा- खेड़ा जिला
बोरसाड- आणंद जिला
झागडिया- भरूच जिला
व्यारा- तापी जिला
ये वो सीटें हैं जिनका तिलिस्म चाहे दंगों के बाद की लहर रही हो या फिर अब की मोदी लहर...बीजेपी इसे तोड़ नहीं पाई.
व्यारा सीट पर कांग्रेस के गमित पूनाभाई की जीत हुई है, जबकि बोरसाड सीट पर परमार राजेंद्रसिंह ने बीजेपी के रमनभाई सोलंकी को हराया जबकि भरूच जिले की झागडिया सीट पर बाहुबली छोटूभाई वसावा ने लगातार चौथी बार धमाकेदार जीत दर्ज की, छोटूभाई की पार्टी से कांग्रेस का गठबंधन है. छोटूभाई को इस बार 1 लाख ज्यादा वोट मिले हैं.
खेड़ा जिले की महुधा सीट की बात करें तो एक बार फिर यहां कांग्रेस का कब्जा हुआ है, यहां इंद्रजीत सिंह परमार ने बीजेपी के भरत सिंह परमार को 10 हजार से ज्यादा वोटों से हराया.
यानि साफ है कि कांग्रेस भले ही सत्ता में वापसी ना कर पाई हो लेकिन अपनी इन 4 पारंपरिक सीट को बचाने में कामयाब रही है.