बीजेपी ने अपनी कैप को नए डिज़ाइन के साथ जारी किया है. इस कैप को पहाड़ी टोपी से प्रेरित होकर तैयार किया गया है. पीएम मोदी अक्सर उत्तराखंड के दौरे के दौरान पहाड़ी टोपी पहनते थे, लेकिन इस बार उन्होंने पहाड़ी टोपी गणतंत्र दिवस के दिन भी पहनी थी तब ये पहाड़ी टोपी काफ़ी सुर्ख़ियों में आ गई.


देश विदेश में पहाड़ी टोपी को सुभाष चंद्र बोस की आज़ाद हिंद सेना की टोपी समझा गया लेकिन बाद में साफ़ हुआ कि प्रधानमंत्री ने जो टोपी पहनी है वो पहाड़ी टोपी है. इसके बाद गुजरात बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सी आर पाटिल ने इस टोपी को बड़े पैमाने पर तैयार करवाया. इसमें पहाड़ी टोपी की डिज़ाइन की तरह ही आड़ी धारी है जिस पर 'भाजपा' लिखा हुआ है. आड़ी धारी की दूसरी तरफ टोपी के अगले हिस्से में पहाड़ी टोपी में जहां शंख बना होता है ठीक उस जगह बीजेपी की कैप में कमल का पुष्प बना हुआ है. कमल का पुष्प बीजेपी का चुनाव चिह्न है और इस कैप में प्रमुखता से सामने की तरफ़ नज़र भी आता है.




पीएम मोदी ने गुजरात दौरे के दौरान की थी लॉन्च
गुजरात बीजेपी अध्यक्ष सीआर पाटिल ने इस टोपी को 11 मार्च को लॉन्च किया था. 11 मार्च को प्रधानमंत्री के गुजरात दौरे पर गए थे. पांच राज्यों के चुनावी नतीजे 10 मार्च को आने के बाद बीजेपी ने यूपी सहित चार राज्यों में जीत का जश्न अहमदाबाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रोड शो कर मनाया था. इस रोड शो के दौरान गुजरात बीजेपी अध्यक्ष सीआर पाटिल ने पीएम मोदी को टोपी पहना कर लॉन्च करवाया था. अहमदाबाद के रोड शो के दौरान इस टोपी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गुजरात बीजेपी के अध्यक्ष सी आर पाटिल के साथ गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने धारण किया था.


इसके बाद टोपी के इस डिज़ाइन को सभी नेताओं ने बेहद पसंद किया और अब आधिकारिक रूप से बीजेपी ने इसे सभी सांसदों को भेजकर बीजेपी पार्लियामेंट्री पार्टी मीटिंग में पहनकर आने को कहा है. अब बीजेपी की आधिकारिक टोपी यही होगी और जहां इसकी ज़रूरत महसूस हो नेता पहन सकेंगे.


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