बीजेपी को महाराष्ट्र की सत्ता में आने के लिए अब बैसाखी की जरूरत न पड़े: जेपी नड्डा
महाराष्ट्र में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने संबोधित करते हुए कहा कि अगली बार कमल खुद के बल पर खिलना चाहिये. उन्होंने कहा कि बिना किसी गठजोड़ के हम सत्ता में आने का प्रयास करेंगे.
महाराष्ट्र: बीजेपी ने तय किया है कि आने वाले वक्त में वो बिना किसी दूसरी पार्टी के साथ गठजोड़ किये स्वबल पर महाराष्ट्र की सत्ता में आने का प्रयास करेगी. राज्य की नवगठित कार्यकारिणी को संबोधित करते हुए बीजेपी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने कहा कि अगली बार कमल खुद के बल पर खिलना चाहिए.
महाराष्ट्र में बीजेपी ने 'वेट एंड वॉच' की नीति अपना रखी है. बीजेपी को उम्मीद है कि ठाकरे सरकार जल्द ही घटक दलों के आपसी झगड़े की वजह से गिर जायेगी और उसके बाद तैयार होने वाले नये समीकरणों के तहत उसे फिर एक बार महाराष्ट्र की सत्ता में आने का मौका मिलेगा.
महाराष्ट्र के सियासी गलियारों में आज एक तस्वीर काफी चर्चा में रही. इस तस्वीर में उपमुख्यमंत्री अजीत पवार एक बैटरी चलित कार की स्टीयरिंग संभाले हुए दिख रहे हैं, जबकि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे उनके बगल में बैठे हैं. ये तस्वीर अजीत पवार ने उद्धव ठाकरे के 60वें जन्मदिन पर उन्हें बधाई देते हुए ट्वीट की है.
तस्वीर चर्चित इसलिये हो गई है, क्योंकि हाल ही में सामना को दिये इंटरव्यू में ठाकरे ने कहा था कि राज्य सरकार की स्टीयरिंग उनके हाथ में है. ऐसे में सियासी हलकों में चर्चा हो रही है कि आखिर अपने हाथ में स्टीयरिंग दिखाती तस्वीर को ट्वीट करके अजीत पवार क्या संदेश देना चाहते हैं. शिव सेना नेता संजय राऊत ने इसपर कहा कि स्टीयरिंग चाहे जिसके भी हाथ में हो पहिये सरकार को शिव सेना ने दिये हैं.
महाराष्ट्र में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने ठाकरे के बयान पर चुटकी लेते हुए सरकार की तुलना तीन पहियों के ऑटोरिक्शा से की. फडणवीस ने कहा कि रिक्शा की स्टीयरिंग भले ही ठाकरे के हाथ में हो उसे जाना कहां है, ये रिक्शा में बैठी सवारी तय करती है. फडणवीस का इशारा एनसीपी की ओर था, जो कि ठाकरे सरकार पर हावी नजर आ रही है.
महाराष्ट्र बीजेपी की हाल ही में नई कार्यकारिणी गठित हुई है. इस कार्यकारिणी की पहली बैठक को संबोधित करते हुए फडणवीस ने कहा कि बीजेपी की ओर से सरकार गिराने को लेकर कोई प्रयास नहीं किया जा रहा. ठाकरे सरकार अपने अंतरविरोध के चलते खुद ब खुद गिर जायेगी जिसके बाद फिरसे बीजेपी की सत्ता में वापसी होगी.
ठाकरे सरकार को सत्ता में आये 8 महीने हो गये हैं. इस दौरान सरकार के तीनों घटक दलों शिव सेना, कांग्रेस और एनसीपी के बीच कई बार मतभेद उभर कर सामने आये. विशेषकर बीते डेढ महीने में कई बार इन दलों के बीच टकराव हुआ. इसी टकराव को देखते हुए बीजेपी को फिरसे सत्ता में वापसी की उम्मीद बंधी हुई है.
बीजेपी कार्यकारिणी की बैठक को पार्टी अध्यक्ष जे.पी, नड्डा ने भी वीडियो कॉनफ्रेंसिंग के जरिये संबोधित किया. नड्डा ने कार्यकारिणी को दिशानिर्देश देते हुए कहा कि अब बीजेपी को स्वबल पर महाराष्ट्र की सत्ता में आने का प्रयत्न करना चाहिये ताकि किसी दूसरी पार्टी का साथ लेने की जरूरत न पड़े.
बीजेपी ने कोरोना महामारी से जूझते वक्त ठाकरे सरकार की नाकामियों को लेकर उसे और आक्रामक ढंग से घेरने का फैसला किया है. दूध उत्पादकों की समस्याओं को लेकर भी बीजेपी अगस्त से राज्य में बड़ा आंदोलन करने जा रही है.
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