जयपुर: राजस्थान में कांग्रेस दो धरों में बंट चुकी है. डिप्टी सीएम सचिन पायलट मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बेहद नाराज हैं. हालांकि पायलट की नाराजगी दूर करने के लिए राहुल गांधी से लेकर प्रियंका गांधी तक कोशिश में जुटे हैं. इस बीच जयपुर में कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई. इस बैठक में सचिन पायलट नहीं पहुंचे.


सचिन पायलट और गहलोत में तकरार के बीच बीजेपी को एक और राज्य में सत्ता में वापसी की उम्मीद दिख रही है. लेकिन अभी पार्टी वेट एंड वॉच का फॉर्मूला अपना रही है. साथ ही राजस्थान में मुख्य विपक्षी बीजेपी ने कांग्रेस से फ्लोर टेस्ट करवाने की मांग की है.


राजस्थान के बीजेपी अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि गठबंधन सहयोगी आरएलपी के तीन विधायकों सहित उनके पास 7 विधानसभा सदस्य हैं, लेकिन दूसरी पार्टियों के कई विधायक बीजेपी से जुड़ने को तैयार हैं.


पूनिया ने कहा, "राजनीतिक संकट के कारण अनिश्चितता बनी हुई है, लेकिन एक चीज स्पष्ट है कि गठबंधन सहयोगियों सहित हम संख्या में 75 हैं और कई अन्य विधायक हमसे जुड़ने को तैयार हैं." उन्होंने आगे कहा कि पार्टी केंद्रीय नेतृत्व के निर्देशों का पालन करेगी और राज्य में करवट लेती राजनीतिक स्थिति पर नजर रखते हुए अगले आदेश का इंतजार करेगी.


पूनिया ने कहा, "हमारी रणनीति अपनी जगह है, लेकिन हमारी प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि कांग्रेस सत्ता में वापसी न करने पाए, क्योंकि वह लोगों के बीच अपनी विश्वसनीयता खो चुकी है."


पूनिया ने आगे कहा, "हम घटनाक्रम पर नजर रखेंगे, जैसे कि सचिन पायलट को समर्थन देना, मगर यह सुनिश्चित करेंगे कि कांग्रेस की सत्ता में वापसी न हो."


उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने रविवार को घोषणा की थी कि गहलोत सरकार बहुमत खो चुकी है, क्योंकि 30 विधायक उन्हें समर्थन देने को तैयार हैं. अटकलें चल रही हैं कि क्या पायलट मध्यप्रदेश की तर्ज पर बीजेपी में शामिल होंगे या यह भी हो सकता है कि वह तीसरा मोर्चा बनाएं, जिसे बीजेपी बाहर से समर्थन दे.


विधानसभा का गणित


राजस्थान की 200 सदस्यों वाली विधानसभा में बीजेपी गठबंधन के पास 75 विधायक हैं, जबकि कांग्रेस गठबंधन के पास 125 विधायक हैं. कांग्रेस गठबंधन में कांग्रेस के 101, राष्ट्रीय लोक दल का 1, माकपा के 2, बीटीपी के 2 और 13 निर्दलीय शामिल हैं.


फ्लोर टेस्ट की मांग


कांग्रेस ने आज विधायक दल की बैठक में शामिल हुए नेताओं को होटल में शिफ्ट कर दिया है. पार्टी का दावा है कि बैठक में 109 विधायक शामिल हुए. जयपुर में तेज होती राजनीतिक गतिविधि के बीच बीजेपी आईटी सेल के चीफ अमित मालवीय ने ट्वीट कर कहा कि अशोक गहलोत को फौरन बहुमत साबित करने के लिए फ्लोर टेस्‍ट देना चाहिए.


मालवीय ने कहा, ''अगर वो अपने विधायकों को रिजॉर्ट ले जा रहे हैं तो साफ है कि उनके पास नंबर्स नहीं हैं और वह सिर्फ अटल सत्‍य को टालने की कोशिश कर रहे हैं."


अशोक गहलोत Vs सचिन पायलट: संख्याबल को लेकर दोनों गुट के हैं अपने-अपने दावे, बीजेपी ने की फ्लोर टेस्ट की मांग