Presidential Election 2022: राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज हो चुकी है. इसी सिलसिले में आज बीजेपी पार्लियामेंट्री बोर्ड (BJP Parliamentary Board Meeting) की बैठक हुई. इस बैठक में पीएम मोदी (PM Modi, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda), रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh), नितिन गडकरी और शिवराज सिंह चौहान समेत पार्टी के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे.


बीजेपी (BJP) की इस हाई लेवल मीटिंग में राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार के नाम पर मंथन किया गया. माना जा रहा है कि बीजेपी संसदीय दल की बैठक के बाद राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार का नाम घोषित कर सकती है.


संसदीय बोर्ड की बैठक से पहले केंद्रीय मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह ने पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा के साथ उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू से मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) उन्हें (नायडू को) राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार बनाने के बारे में विचार कर रहा है?


नड्डा ने रविवार को की थी बैठक


रविवार को बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राष्ट्रपति चुनाव पर मंथन के लिए एक अहम बैठक की थी. जिसमें प्रबंधन दल के सभी सदस्य मौजूद थे. पार्टी की ओर से राष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार को लेकर सभी राजनीतिक दलों के साथ बातचीत करने की जिम्मेदारी बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को सौंपी गई थी. इन दोनों ही नेताओं ने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के नाम पर आम सहमति बनाने के लिए एनसीपी प्रमुख शरद पवार, टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी, जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार, बीजद के प्रमुख नवीन पटनायक समेत नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला समेत कई वरिष्ठ नेताओं से बात की थी.


विपक्ष ने यशवंत सिन्हा को बनाया उम्मीदवार


वहीं दूसरी तरफ एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने आज 19 विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक बुलाई थी. इस बैठक में विपक्ष के सभी दलों के नेताओं ने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए सर्वसम्मति से यशवंत सिन्हा के नाम का समर्थन किया. यशवंत सिन्हा अब आगामी 27 जून को सुबह राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए नॉमिनेशन दाखिल करेंगे. बता दें कि नए राष्ट्रपति का चुनाव 18 जुलाई को होना है. 


इसे भी पढ़ेंः-


International Yoga day: पीएम मोदी ने किया योग, बोले- ये जीवन का बना आधार, विश्व के हर कोने में इसकी गूंज


खतरे में महाराष्ट्र सरकार? MLC चुनाव में क्रॉस वोटिंग के बाद 2 दर्जन MLA के साथ सूरत पहुंचे उद्धव सरकार के मंत्री