BJP Plan For 2024: आगामी लोकसभा चुनाव में अब सिर्फ एक साल से भी कम का वक्त रह गया है. पीएम मोदी के नेतृत्व में बीजेपी ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है लेकिन कर्नाटक में मिले झटके के बाद बीजेपी सतर्क है और कोई भी चूक नहीं करना चाहती है. यही वजह है 2024 रण में बीजेपी बड़े बदलाव के साथ मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है. क्या इस बदलाव से बीजेपी को जीत का फॉर्मूला मिल गया है, आइए बीजेपी का प्लान समझते हैं.


सूत्रों के मुताबिक, 2024 में बीजेपी केंद्र सरकार में शामिल सभी मंत्रियों को लोकसभा का चुनाव लड़ाने का मन बना चुकी है. मोदी सरकार के कई बड़े और तेज तर्रार मिनिस्टर चुनाव के मैदान में दिख सकते हैं. यानी विदेश मंत्री एस जयशंकर, वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान जैसे नेता अपने लिए वोट मांगते हुए दिखाई दे सकते हैं. अभी ये राज्यसभा के सदस्य हैं.


मंत्री तलाश रहे लोकसभा की सीट


जानकारी के मुताबिक, पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने इन मंत्रियों को संदेश दे दिया है कि 2024 में अपने लिए लोकसभा सीटों की तलाश शुरू कर दें, जहां से वे चुनाव लड़ सकते हैं. यही नहीं, इन मंत्रियों की सीटों को लेकर भी चर्चा होने लगी है. राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि विदेश मंत्री एस जयशंकर दिल्ली की किसी सीट या फिर तमिलनाडु से चुनाव लड़ सकते हैं.


धर्मेंद्र प्रधान एक बार ओडिशा के देवघर से चुनाव जीत चुके हैं. ऐसे में उनके ओडिशा की ही किसी सीट से चुनाव में उतरने की संभावना है. मंत्री ज्योतिरादित्य ने सिंधिया ने तो तैयारी शुरू भी कर दी है. पिछले महीने ही मंच से उनका माफी वाला वीडियो भी आया था. 2019 में कांग्रेस के टिकट पर सिंधिया गुना सीट से चुनाव लड़े थे लेकिन बीजेपी के हाथों हार गए थे. बाद में सिंधिया बीजेपी में शामिल हो गए और राज्यसभा से सांसद बने. अब एक बार फिर वे लोकसभा की तैयारी कर रहे हैं.


लिस्ट में इन मंत्रियों का नाम


1. वित्त, कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारामन तमिलनाडु से चुनावी मैदान में आ सकती हैं.


2. विदेश मंत्री डॉ. सुब्रह्मण्यम जयशंकर तमिलनाडु से ताल ठोंक सकते हैं.


3. वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता, कपड़ा मामलों के केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल महाराष्ट्र से लड़ सकते हैं.


4. शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के उड़ीसा से चुनावी समर में उतरने की संभावना है.


5. नारायण राणे - सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम; महाराष्ट्र 


6. सर्बानंद सोनोवाल - आयुष, बंदरगाह, नौवहन और जलमार्ग; असम


7. ज्योतिरादित्य सिंधिया - नागरिक उड्डयन, स्टील; एमपी


8. अश्विनी वैष्णव - रेलवे, संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी; उड़ीसा


9. हरदीप सिंह पुरी - पेट्रोलियम, हाउसिंग एंड अर्बन अफेयर्स; पंजाब या जम्मू-कश्मीर


10. मनसुख मंडाविया - स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, रसायन; गुजरात


11. भूपेंद्र यादव - पर्यावरण और श्रम; हरियाणा या राजस्थान


12. परषोत्तम रुपाला - मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी; गुजरात


 



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