अहमदाबाद: गुजरात में मतदान की तारीख करीब आ रही है. बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने ही अपनी पूरी ताकत प्रचार में झोंक रखी है. बीजेपी एक बार फिर जीत हासिल करने के लिए जोर लगा रही है तो वहीं कांग्रेस इस बार जीत को बीजेपी से छीन लेना चाहती है. दोनों पार्टियों के नेताओं ने गुजरात में डेरा डाल रखा है और जीत के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रहे. अल्पेश ठाकोर, हार्दिक पटेल और जिग्नेश मेवाणी भी इस चुनाव में बड़ी भूमिका में दिखाई दे रहे हैं.



पन्ना प्रमुख लगाएंगे बीजेपी का बेड़ा पार


पन्ना प्रमुख अमित शाह की उस रणनीति का हिस्सा हैं जिनके दम पर बीजेपी गुजरात में 150 से अधिक सीटों पर जीत के सपने बुन रही है. बीजेपी सूत्र बताते हैं कि इन्हीं पन्ना प्रमुखों के कारण बीजेपी चुनाव दर चुनाव विजय का वरण कर रही है. लेकिन आखिर ये पन्ना प्रमुख होते कौन हैं? इनका काम क्या होता है? और ये कैसे चुनाव की हवा को बीजेपी के पक्ष में मोड़ते हैं? 

- एक पन्ना प्रमुख को 12 घरों के वोटरों को साधने की जिम्मेदारी दी जाती है.
- हर पन्ना प्रमुख को उसके बूथ की वोटर लिस्ट का एक पेज दिया जाता है.
- एक बूथ बीस यूथ के मुताबिक हर बूथ पर करीब बीस पन्ना प्रमुख होते हैं
- ये पन्ना प्रमुख बूथ अध्यक्ष से निर्देश लेते हैं और वोट डलवाते हैं.



माइक्रो लेवल प्लानिंग है बीजेपी की


- बीजेपी ने गुजरात को चार जोन में बांट रखा है.
- हर जिले को भी कई मंडलों में बांट दिया है
- एक मंडल में कई शक्ति केंद्र होते हैं
- एक शक्ति केंद्र में कई बूथ आते हैं
- बीजेपी ने पोलिंग बूथों को भी तीन तरीकों में बांट रखा है



इस चक्रव्यूह को कैसे भेदेंगे विरोधी?


अमित शाह ने एबीपी न्यूज़ के कार्यक्रम गुजरात शिखर सम्मेलन में कहा था कि वो तो केवल 150+ का टारगेट लेकर चल रहे थे लेकिन 165 सीटें तक बीजेपी को मिल सकती हैं. ये बातें विपक्षियों को हवा हवाई लग सकती हैं लेकिन बीजेपी सूत्रों के मुताबिक 'चाणक्य' अमित शाह की गणना कभी गलत नहीं होती.