गांधीनगर: गुजरात में विधानसभा चुनाव जीतने के लिए बीजेपी ने पूरा जोर लगा दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के नेतृत्व में तमाम दिग्गज पार्टी की जीत को सुनिश्चित करने के लिए दिन रात एक किए हुए हैं. अब खबर मिली है कि गुजरात को फतह करने के लिए अमित शाह ने एक खास रणनीति बनाई है.


क्या है अमित शाह के खास और नई रणनीति?

क्या बीजेपी गुजरात में अपने कुछ विधायकों का टिकट काटने जा रही है. ये सवाल इसलिए क्योंकि कहा जा रहा है है कि राज्य की ऊंझा सीट के मौजूदा बीजेपी विधायक नारायण पटेल ने आज अमित शाह को पत्र लिखकर कहा है कि पार्टी भले ही इस चुनाव में उनका टिकट काट दे, लेकिन ऊंझा सीट से किसी बाहरी उम्मीदवार को टिकट ना दे.

खबरों के मुताबिक, नारायण पटेल को खबर मिली है कि पार्टी इस बार उनका टिकट काटकर यहां से किसी बड़े अधिकारी को टिकट देने का मन बना रही है.

नारायण पटेल ने अपने पत्र में अमित शाह से क्या कहा है?

‘’ऊंझा विधानसभा के तमाम बीजेपी कार्यकर्ताओं की आपसे विनती है कि ऊंझा विधानसभा सीट पर आप जिम्मेदार, निष्ठावान, शिक्षित, वरिष्ठ और जनता से जुड़े किसी स्थानीय उम्मीदवार का ही चयन करें. उम्मीदवार भले ही नया हो, लेकिन वो ऊंझा का ही हो. साथ ही बीजेपी में बाहर से आया नेता ना हो. अगर किसी स्थानीय बीजेपी कार्यकर्ता को टिकट मिलता है तो हम सब मिलकर उसकी जीत के लिए दिन रात काम करेंगे.’’

नारायण पटेल के इस पत्र पर अभी तक अमित शाह की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. लेकिन नारायण पटेल के इस पत्र ने एक बड़ा सवाल जरुर खड़ा कर दिया है कि क्या इस चुनाव में अमित शाह बीजेपी के कुछ मौजूदा विधायकों का टिकट काटने जा रहे हैं?

नया नहीं है अमित शाह का ये फॉर्मूला

आपको बता दें कि मौजूदा विधायकों के टिकट काटने का अमित शाह का फॉर्मूला नया नहीं है. जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब भी अमित शाह एंटी इन्कमबैंसी फैक्टर को कम करने के लिए कुछ विधायकों का टिकट काट देते थे और तब इसका फायदा बीजेपी को हुआ भी था.

हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी ने 21 नए चेहरों को मौका दिया है. अब सवाल उठता है कि अगर गुजरात में बीजेपी वाकई कुछ मौजूदा विधायकों के टिकट काटने जा रही है तो फिर वो टिकट किसे देगी?

दिल्ली एमसीडी चुनाव में शाह के इस फॉर्मुले ने दिखाया था कमाल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की जोड़ी चुनावों के दौरान लीक से हटकर फैसला लेने के लिए मशहूर है. चुनावी फिजां में इस जोड़ी ने दिल्ली एमसीडी चुनाव के दौरान ऐतिहासिक फैसला लिया था.

इसी साल हुए दिल्ली एमसीडी चुनाव के दौरान बीजेपी ने सभी पुराने चेहरों का टिकट काट दिया था और नये चेहरों पर दांव खेला था. चुनाव में इसका नतीजा भी बीजेपी को मिला और बीजेपी ने आम आदमी को पछाड़ते हुए एमसीडी चुनाव में जबरदस्त कामयाबी हासिल की थी.

शाह की नई चुनावी रणनीति को लेकर बाजार गर्म

बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह कामयाबी के अपने पुराने सियासी इतिहास को दुहराने के लिए गुजरात में एड़ी चोटी का जोर लगाये हुए हैं. पीएम मोदी के नाम और काम के साथ वो विकास के मुद्दे पर कांग्रेस पर लगातार पलटवार कर रहे हैं, लेकिन आज जिस अंदाज में बीजेपी के एक मौजूदा विधायक ने अपने टिकट को लेकर अमित शाह को पत्र लिखा है, उसके बाद अमित शाह की नई चुनावी रणनीति को लेकर अटकलों का बाजार गर्म हो चुका है.