नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार पर हमला बोलते हुए बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि ममता सरकार का माइंडसेट हिंदुओ के खिलाफ है. हिंदुओं की भावनाओं के खिलाफ वाली माइंडसेट से राज्य में लॉकडाउन कर दिया गया जबकि 31 जुलाई को बकरीद पर लॉकडाउन हटा लिया गया था. उन्होंने सवाल खड़ा करते हुए कहा कि यह वोट बैंक और तुष्टिकरण की राजनीति नहीं तो और क्या है?


दरअसल, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये पश्चिम बंगाल बीजेपी की कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार पश्चिम बंगाल के विकास और इसके गौरवशाली अतीत को पुनः प्रतिष्ठित करने के लिए कृतसंकल्पित है. राज्य की जनता प्रदेश में कमल खिलाने का मन बना चुकी है. पश्चिम बंगाल में ममता दीदी की पांवों के नीचे से जमीन खिसक चुकी है.


उन्होंने कहा कि पांच अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री मोदी ने अयोध्या में भव्य राम मंदिर का शिलान्यास किया और इसी दिन ममता दीदी ने हिंदुओं की भावनाओं के खिलाफ वाली माइंडसेट से राज्य में लॉकडाउन कर दिया जबकि 31 जुलाई को बकरीद पर लॉकडाउन हटा लिया था. यह वोट बैंक और तुष्टिकरण की राजनीति नहीं तो और क्या है?


सरकार को घेरते हुए नडडा ने कहा कि पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी के 100 से अधिक कार्यकर्ताओं की नृशंस हत्या हुई है. यह जंगलराज नहीं तो और क्या है? मैंने स्वयं अपने दिवंगत कार्यकर्ताओं का तर्पण किया है. जो अपने-आप को डेमोक्रेसी के चैंपियन कहते हैं, मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि पश्चिम बंगाल में बीजेपी कार्यकर्ताओं की निर्मम हत्या पर उनके मुंह से आवाज क्यों नहीं निकलती है? यह तृणमूल कांग्रेस का दोहरा चरित्र नहीं है तो और क्या है? हमें इस से भी लड़ना है. पश्चिम बंगाल की जनता को मुख्यधारा में शामिल होने से रोकने के लिए ममता दीदी रोड़े अटकाती है. पश्चिम बंगाल में ममता दीदी ने जनता को आयुष्मान भारत, किसान सम्मान निधि योजना और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लाभ से वंचित रखा है. तृणमूल सरकार ने कोरोना वॉरियर्स को मोदी सरकार की तरफ से दिए गए 50 लाख रुपये के बीमा के लाभ से भी वंचित रखा है. इतना ही नहीं, ममता दीदी ने केंद्र सरकार की योजनाओं प्रधानमंत्री आवास योजना और प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना तक का नाम बदल दिया.


नड्डा ने आगे कहा कि बड़े दुःख के साथ कहना पड़ रहा है कि स्वच्छ भारत में सबसे गंदे शहरों की सूची के 10 शहरों में से पश्चिम बंगाल के 8 शहर शामिल हैं. पहले तो तृणमूल सरकार ने स्वच्छता सर्वे में भी भाग लेने से मना कर दिया था. केंद्र की किसी भी जनोपयोगी और विकास की योजनाओं में ममता सरकार सहयोग नहीं करती है. हर बात पर तृणमूल सरकार का एक ही रोना होता है- होबे ना, होबे ना, होबे ना. ममता दीदी, सब कुछ होगा, पश्चिम बंगाल का विकास हो कर रहेगा, राज्य की जनता को उनका हक़ मिल कर रहेगा, कमल सब कुछ बदलेगा.


बीजेपी अध्यक्ष ने आगे कहा कि आज टीएमसी के कार्यकर्ता भू-माफियाओं के साथ मिलकर विश्वभारती की आत्मा पर जो हमले कर रहे हैं, इसे देख कर स्वर्ग में गुरुदेव रबीन्द्रनाथ टैगोर की आत्मा भी रोती होगी. पश्चिम बंगाल की जनता तृणमूल को कभी भी माफ़ नहीं करेगी. पश्चिम बंगाल में तृणमूल सरकार के कट मनी, टीएमसी मनी और नारदा, शारदा जैसे स्कैम से यह सिद्ध हो चुका है कि तृणमूल सरकार पॉलिटिक्स ऑफ़ क्रिमिनाईलेजशन कर रही है. 2014 के लोक सभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में भाजपा को 18% वोट प्राप्त हुए थे, लेकिन 2019 में पार्टी को 40% वोट प्राप्त हुए. हमें इसी गति से आगे बढ़ना है, अपने वोट शेयर को 50% से आगे ले जाना है और आने वाले विधान सभा चुनाव में गरीब विरोधी तृणमूल सरकार को सत्ता से उखाड़ कर फेंक देना है.


उन्होंने कहा कि बीजेपी ने सेवा ही संगठन को अपना मंत्र बनाया और ममता दीदी के विरोध के बावजूद कोरोना लॉकडाउन और अम्फान तूफान के समय बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पश्चिम बंगाल में काफी सराहनीय कार्य किया. मैं इसके लिए पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं को हृदय से धन्यवाद देता हूं.


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