Lok Sabah Election: लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए 26 अप्रैल को वोटिंग होनी है. इससे पहले बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एबीपी न्यूज से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने बीजेपी उम्मीदवारों के संविधान बदलने वाले बयान पर भी अपनी बात रखी. बीजेपी अध्यक्ष नड्डा ने कहा, ''हम संविधान बिल्कुल नहीं बदलना चाहते हैं. हमारा संविधान के प्रति कमिटमेंट स्पष्ट है. कई बार भाषण देते देते जोश में आकर लाइन क्रॉस कर जाते हैं. बतौर राष्ट्रीय अध्यक्ष मैं कहना चाहता हूं कि हमारी ऐसी मंशा न कभी थी और न कभी रहेगी.''


दरअसल, बीजेपी के कई लोकसभा उम्मीदवारों के हाल ही में बयान सामने आए हैं, जिसे लेकर विपक्ष बीजेपी पर संविधान बदलने की कोशिश करने का आरोप लगा रहा है. इन आरोपों से जुड़े सवाल पर जेपी नड्डा ने कहा, बिल्कुल नहीं. पीएम मोदी ने भी साफ किया कि मैं क्या बाबा साहेब भी चाहें तो संविधान नहीं बदल सकते. मैंने इन उम्मीदवारों से व्यक्तिगत बात की है. कई बार भाषण देते देते जोश में लाइन क्रॉस हो जाती है. लेकिन हमारी ऐसी कभी मंशा न रही है, न कभी ऐसी मंशा रहेगी. कई बार संशोधन आते रहते हैं, लेकिन संविधान की मूलभावना हमेशा वैसे ही रहेगी. हम कभी भी संविधान बदलने की सोच भी नहीं सकते. 


क्या बीजेपी के आने से आरक्षण खत्म हो जाएगा?

इस सवाल के जवाब में जेपी नड्डा ने कहा, बिल्कुल नहीं. लंबे वक्त से प्रचार हुआ है कि बीजेपी के खिलाफ झूठ फैलाकर लोगों को भ्रमित किया जाए. बीजेपी को बदनाम करने का प्रयास है. ऐसी बातें बताकर बीजेपी को एंटी दलित बताने का काम किया जा रहा है. ये विभाजनकारी ताकतें ऐसी बातों को आगे बढ़ा रहे हैं. मैं आपके माध्यम से जनता को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि बीजेपी हमेशा आरक्षण के पक्ष में रही है. दलितों के पक्ष में जितना काम मोदी सरकार ने किया उतना किसी ने नहीं किया.


राहुल के बीजेपी को 150 सीटें मिलने के दावे पर क्या बोले जेपी नड्डा?


जब जेपी नड्डा से पूछा गया कि राहुल गांधी कह रहे हैं कि बीजेपी 150 सीटों पर सिमटने वाली है. इस सवाल के जवाब में बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, राहुल गांधी को सीरियस कौन लेता है? राहुल गांधी जी सोच विचार कर बोलते हैं, ऐसा मुझे तो अनुभव नहीं है. न ही उनका पास्ट रिकॉर्ड ऐसा कुछ बताता है. उन्हें जो बताया जाता था, वो आगे बढ़ा देते हैं. अभी चार-5 महीने पहले राहुल कहते थे कि हम राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में आ रहे है. लेकिन क्या हुआ, जब नतीजे आए.