राजा वीरभद्र सिंह को बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने दी प्रधानमंत्री की ओर से श्रद्धांजलि, राजनीति में बड़ा शून्य
Virbhadra Singh Death: राजा वीरभद्र सिंह वर्तमान में हिमालच के सोलन जिले के अर्की से विधायक थे, वह दो बार कोविड-19 से महामारी से ठीक हो चुके थे, उन्हें 5 जुलाई को दिल का दौरा पड़ा था.
Virbhadra Singh Death: बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र सिंह के पार्थिव शरीर पर प्रधानमंत्री मोदी की तरफ़ से रीथ समर्पित की और अंतिम दर्शन कर उनको श्रधांजलि अर्पित दी.
इससे पहले, 5 जुलाई को बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शिमला के आईजीएमसी अस्पताल के क्रिटिकल केयर यूनिट में उपचार करवा रहे राजा वीर भद्रा सिंह का हालचाल जाना था और प्रधानमंत्री की ओर से जल्द स्वस्थ लाभ की शुभेच्छा भी दी थी, वे 87 साल के थे.
राजा वीरभद्र सिंह वर्तमान में हिमाचल के सोलन जिले के अर्की से विधायक थे, वह दो बार कोविड-19 से महामारी से ठीक हो चुके थे, उन्हें 5 जुलाई को दिल का दौरा पड़ा था और वह आईजीएमसीएच की क्रिटिकल केयर यूनिट में भर्ती थे, बाद में सांस लेने में तकलीफ के बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था.
वीरभद्र को पंडित जवाहर लाल नेहरु राजनीति में लेकर आए थे, उन्होंने खुद इस बात का कई बार मंच से जिक्र किया है, उन्हें लोकप्रिय नाम राजा साब के रूप में जाना जाता था. वह बुशहर की तत्कालीन रियासत में पैदा हुए थे, अपने हर चुनाव में चाहे वह विधानसभा हो या सांसदी का चुनाव, वीरभद्र सिंह ने अकेले ही प्रचार किया करते थे और हर दिन 15 से 20 बैठकें करते थे, वे नौ बार विधायक और पांच बार सांसद रहे भी रहे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कांग्रेस के दिग्गज नेता और हिमाचल प्रदेश के छह बार के मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया. पीएम मोदी ने एक ट्वीट में कहा, श्री वीरभद्र सिंह जी का लंबा राजनीतिक जीवन रहा, उनके पास समृद्ध प्रशासनिक और विधायी अनुभव था. उन्होंने हिमाचल प्रदेश में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और राज्य के लोगों की सेवा की, उनके निधन से दुखी हूं, उनके परिवार और समर्थकों के प्रति संवेदना, ओम शांति. वीरभद्र सिंह के जाने से हिमाचल प्रदेश की राजनीति में एक बड़ा शून्य पैदा हो गया है.