बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बंगाल दौरे के दौरान ममता बनर्जी पर जमकर निशाना साधा. बंगाल में हो रही हिंसा को लेकर उन्होंने कहा 2 मई के बाद हुई घटनाओं को देखते हुए साफ कहा जा सकता है कि बंगाल के लिए यह पार्टीशन डे है.


जैसा खुद ममता बनर्जी अपने कार्यक्रमों में कहती थी खेला होबै, वैसे ही 2 मई को खेला होबै डे हो गया. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा ममता सरकार को बंगाल में हुए नरसंहार का हिसाब देना होगा. हम किसी को छोड़ने वाले नहीं है. बीजेपी के एक कार्यकर्ता के साथ हुई घटना में एफआईआर, पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पुलिसय कार्रवाई का हिसाब लेंगे. नड्डा ने मानवाधिकार एक्टिविस्टों और राजनीतिक दलों पर भी उनकी चुप्पी के लिए निशाना साधा.


नड्डा ने बीजेपी के मारे गए कार्यकर्ताओं के परिजनों से मुलाकात की


दरअसल बंगाल चुनाव का रिजल्ट आने के बाद बंगाल के कई हिस्सों में बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हमले किये गए. जिसकी तस्वीरें और वीडियो भी सामने आये. तस्वीरें इतनी भयावह थी कि आनन फानन में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा को दो दिन के लिए बंगाल आना पड़ गया. मंगलवार को कोलकाता पहुंचे नड्डा ने बीजेपी के मारे गए कार्यकर्ताओं के परिजनों से मुलाकात की और कार्यकर्ताओं को विश्वास दिलाने का प्रयास किया कि बीजेपी हाईकमान उनके साथ है और उनके साथ हुए अत्याचार का पार्टी जवाब देगी.


बुधवार को उनका कार्यक्रम समाप्त होने से उन्होंने पत्रकारों को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि, “बंगाल की शुरुआत ही निर्दयता से हुई है. हमारे बंगाली जनता के साथ हुए ऐसे व्यवहार की मैं निंदा करता हूं.” उन्होंने कहा कि, “मुझे इन घटनाओं को देखकर पार्टीशन के दिन याद आ गए. मुझे वह दिन भी याद है जब डायरेक्ट एक्शन डे डिक्लेअर किया गया था. 16 अगस्त 1946 को जब मैं याद करता हूं तो मैं उसी के साथ साथ आज 2 मई के बाद जो घटनाएं घटित हुई हैं उसे भी देखता हूं. 2 मई तो खेला होबै डे बन गया है.”


महिलाओं के साथ छेड़छाड़ और रेप के मामले सामने आए हैं- नड्डा


उन्होंने बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ घटनाओं पर रोष व्यक्त करते हुए कहा कि, “जिस तरह से नरसंघार हुआ, ब्रूटल किलिंग हुई और ममता बनर्जी चुप रही. एक्टिंग केयर टेकिंग चीफ मिनिस्टर चुप रही. यह बताता है कि उनके तीसरे टर्म की शुरूआत उनके हाथ में सने हुए खून से होती है. अगर हम घटनाओं को देखें तो पता चलता है कि टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने हमारे ग्रास रूट कार्यकर्ताओं को टारगेट किया है साथ ही उनके परिवारों को भी टारगेट किया है. महिलाएं टारगेट की गई हैं. महिलाओं के साथ छेड़छाड़ और रेप के मामले सामने आए हैं.”


उन्होंने आगे कहा, “जब हम चुनाव में कहते थे कि महिलाएं बंगाल में सबसे ज्यादा असुरक्षित हैं तो हम सच थे. बंगाल में पिछले दो दिनों में लूट की घटना भी हमको देखने को मिली है. पहले अटैक, फिर महिलाओं पर अटैक, महिलाओं के साथ रेप और लूट की घटनाएं देखने को मिली है. मैं कहना चाहता हूं कि ये जो विचार है इनको हम नेस्तनाबूद करेंगे.” नड्डा ने कहा कि, “गांव के गांव खाली हो गए हैं. लोगों को बंगाल छोड़कर असम में आसरा लेना पड़ा है.”


बंगाल के लोगों को इस बार ममता फान की त्रासदी झेलनी पड़ रही है


नड्डा बोले, “बंगाल के लोगों को जहां पिछले साल अम्फान की त्रासदी झेलनी पड़ी थी, वहीं इस बार ममता फान की त्रासदी झेलनी पड़ रही है. जनादेश में ममता जी जीतने में कामयाब रही, लेकिन मानवता में हार रही है. जो हम बंगाल को बनाना चाहते थे वह ममता बनर्जी के जीतने के साथ-साथ बिखरता और बिखर गया.” उन्होंने कहा कि, “अब तक 14 लोगों की जान चली गई है. यह कहां तक पहुंचेगा इसकी हम सब लोगों के लिए बड़ा चिंता का विषय है. भारतीय जनता पार्टी अपने एक-एक कार्यकर्ता के साथ खड़ी है और हम निरणायक मोड़ तक इस लड़ाई को लड़ेंगे. यहां के जो इश्यूज हैं उसको भी एड्रेस करेंगे.”


जेपी नड्डा ने कहा कि, “हम बताना चाहते हैं कि बंगाल में जो कोई भी रह रहे हैं वह अपने डिग्निटी के साथ रहे, निर्भयता के साथ, आदर और सम्मान के साथ रहें यही भारतीय जनता पार्टी का लक्ष्य है. बंगाल की जनता ने हमें बहुत बड़ी जिम्मेदारी दी है. 77 विधायक हमें जिता कर दिया है, 35% से ज्यादा वोट मिला है. वह एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी है, इसलिए हम प्रयास करेंगे कि बंगाल की जनता निर्भीक होकर जीवन जिए उसका हमारा प्रयास रहेगा. इन पूरी घटनाओं को हम स्टेट स्पॉन्सर अटैक कहेंगे.”


सारे ह्यूमन राइट्स के चैंपियंस को क्या हो गया है?- नड्डा


उन्होंने मानवाधिकार एक्टिविस्टों पर निशाना साधते हुए कहा कि, “मुझे बहुत कौतूहल हो रहा है, पिछले 2 दिनों से यह सारे ह्यूमन राइट्स के चैंपियंस को क्या हो गया है? चुप्पी छा गई है. यह सिलेक्टिव हुमन राइट्स की लड़ाई लड़ते हैं क्या? और सभी राजनीतिक दलों से भी पूछना चाहता हूं कि जो बड़े-बड़े राजनीतिक दल है पिछले दो दिनों में किसी ने कुछ नहीं बोला. यह उनके दोहरे चरित्र को बताता है. भारतीय जनता पार्टी ही एक मात्र पार्टी है जो जनसंघ के समय से अब तक मानवता की सेवा को ही लेकर चले हैं. उसको हम पूरा करेंगे.”


उन्होंने आगे कहा, “जब नतीजे आ रहे थे उससे पहले ही भारत के कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बंगाल सरकार को चिट्ठी लिखी थी और कहा था कि हमें लिस्ट दीजिए. हम बंगाल के किसानों को कृषि सम्मान निधि देंगे.  मैं चाहूंगा कि ममता जी को सद्बुद्धि आए. हमें जो जनादेश मिला हम उसको पूरा करेंगे. बंगाल की जनता की सेवा में हम कतई पीछे नहीं हटेंगे. बंगाल में जो घटनाएं हुई हैं हम उसको निर्णायक मोड़ तक ले जाएंगे.”


उन्होंने कहा, “मैं 21वीं शताब्दी का बंगाल जो दिख रहा हूं ममता जी की बंगाल की संस्कृति बंगाल की संस्कृति नहीं है. ना उनकी भाषा शैली बंगाल को रिप्रेजेंट करता है ना उनका कृतित्व बंगाल को रिप्रेजेंट करता है. यह तस्वीरें दिल दहलाने वाली हैं. तृणमूल कांग्रेस को चुनौती देता हूं कि इन तस्वीरों और वीडियो को फेक साबित करके दिखाएं.”