Opposition Meeting: 'लालू-नीतीश को इंदिरा गांधी ने जेल में डाला था, फिर भी...', विपक्ष की बैठक पर जेपी नड्डा का निशाना
BJP President JP Nadda: बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पटना में चल रही विपक्ष की बैठक में सीएम नीतीश कुमार और लालू यादव के राहुल गांधी का स्वागत करने को लेकर तंज कसा.
Opposition Meet Patna: आगामी लोकसभा चुनाव 2014 को लेकर बिहार की राजधानी पटना में विपक्षी पार्टियों की अहम रणनीतिक बैठक चल रही है. बैठक में 16 दलों के नेता हिस्सा ले रहे हैं, जिसमें नीतीश कुमार, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे, लालू प्रसाद यादव, शरद पवार, ममता बनर्जी, उद्धव ठाकरे, अरविंद केजरीवाल और सीताराम येचुरी जैसे दिग्गज शामिल हैं.
इस बीच विपक्ष की महाबैठक पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ओडिशा के कालाहांडी में एक रैली के दैरान तीखा हमला किया. नड्डा ने कहा, "राहुल गांधी की दादी इंदिरा गांधी (पूर्व पीएम) ने लालू यादव और नीतीश कुमार को जेल में डाल दिया था, लेकिन आज वे पटना में राहुल गांधी का स्वागत कर रहे हैं."
नड्डा ने बचपन के दिनों को याद किया
उन्होंने कहा, "मुझे आश्चर्य है कि 23 जून को पटना की बैठक में सभी दलों के प्रमुख एक दूसरे से गले मिल रहे हैं. नड्डा ने अपने बचपन के दिनों के याद करते हुए कहा, मेरा जन्म पटना में हुआ... मेरी पढ़ाई-लिखाई पटना में हुई और मैं 12वीं का छात्र था. इन्हीं लालू प्रसाद यादव को राहुल गांधी की दादी इंदिरा गांधी ने पूरे 22 महीने जेल में डाला था."
जेपी नड्डा ने आगे बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा, यही नीतीश कुमार हैं, जिनको कांग्रेस की इंदिरा गांधी ने पूरे 20 महीने जेल की सलाखों के पीछे डाला था. आज पटना की धरती पर राहुल गांधी को आदर सहित उनको स्वागत करते हुए जब इनकी तस्वीरें देखते हूं तो मुझे याद आता है राजनीति में क्या से क्या हो गया है.
'बाला ठाकरे कहते थे, शिवसेना को कांग्रेस नहीं बनने दूंगा'
बीजेपी अध्यक्ष ने शिवसेना (UBT) प्रमुख अद्धव ठाकरे पर तीखा हमला करते हुए कहा, "अभी-अभी पता चला कि उद्धव ठाकरे पटना की धरती पर लैंड कर गए हैं... इनके पिता हिंदू सम्राट बाला साहेब ठाकरे कहा करते थे कि मैं शिवसेना को कांग्रेस नहीं बनने दूंगा... अगर मुझे कांग्रेस से हाथ मिलाना पड़ा तो मैं अपनी दुकान बंद कर दूंगा. आज बाला साहेब ठाकरे सोचते होंगे किसी और ने नहीं उनके बेटे ने ही उनकी दुकान बंद कर दी है."
वहीं, विश्वस्त सूत्रों ने एबीपी न्यूज को बताया है कि 2024 में विपक्षी पार्टियों को एकसाथ लेकर चलने की जिम्मेदारी नीतीश कुमार को सौंपने पर सहमति बनी है. सूत्रों के मुताबिक नीतीश कुमार को विपक्षी एकता का संयोजक बनाया जाएगा.