महबूबा मुफ्ती की पाकिस्तान से बातचीत वाले बयान पर बीजेपी का निशाना, कहा- गोली और बोली एक साथ नहीं चल सकते
जम्मू-कश्मीर बीजेपी के अध्यक्ष रविंद्र रैना ने कहा कि पाकिस्तान से बातचीत सभी संभव है जब वो अपने यहां चल रहे आतंकी शिविरों को बंद करे. उन्होंने कहा कि गोली और बोली (बातचीत) एक साथ नहीं चल सकते हैं.
जम्मू: गुरुवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ होने वाली जम्मू कश्मीर के नेताओं की बैठक से ठीक पहले बीजेपी ने महबूबा मुफ्ती पर निशाना साधा है. जम्मू कश्मीर बीजेपी के अध्यक्ष रविंद्र रैना ने कहा कि पाकिस्तान से बातचीत तभी संभव हो सकती है जब पाकिस्तान अपने यहां चल रहे सभी आतंकी शिविरों को बंद कर दें. गौरतलब है कि महबूबा मुफ्ती ने कहा था कि सरकार को कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान से बात करनी चाहिए.
जम्मू कश्मीर के सियासी भविष्य तय करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली में 24 जून को प्रदेश के राजनीतिक दलों की बैठक बुलाई है. इस बैठक में भाग लेने के लिए जम्मू से बीजेपी के तीन बड़े नेता जिनमें बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना और पार्टी के दो पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉ निर्मल सिंह और कविंदर गुप्ता शामिल हैं, वे बुधवार को दिल्ली के लिए रवाना हुए.
दिल्ली रवाना होने से पहले एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना ने महबूबा मुफ्ती पर हमला किया. महबूबा मुफ्ती के बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि बातचीत एक साथ नहीं चल सकते, गोली और बोली एक साथ नहीं चल सकते. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से बात तभी हो सकती है जब पाकिस्तान अमन और भाईचारे की स्थापना करे और अपने सभी राज ने आतंकी शिविरों को बंद करे.
रविन्द्र रैना ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी देशभक्तों की पार्टी है और वह राष्ट्रभक्तों की बुलंद आवाज बनकर उभरेगी. उन्होंने पीएम का धन्यवाद किया कि उन्होंने जम्मू-कश्मीर के सभी राजनीतिक दलों को एक साथ एक मंच पर बुलाया है. उन्होंने कहा की पीएम ने जम्मू कश्मीर के जनता की भलाई खुले और बड़े मन से किया है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी जम्मू कश्मीर को हृदय से प्यार करते हैं. 24 तारीख को बुलाई गई बैठक एक महत्वपूर्ण पहल है.
वहीं, राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री कविंदर गुप्ता ने कहा कि वह प्रधानमंत्री से परिसीमन, कश्मीरी पंडितों का विस्थापन और पाकिस्तानी रिफ्यूजी जैसे मुद्दों पर चर्चा करेंगे. उन्होंने कहा कि पीएम ने सभी राजनीतिक दलों को बुलाया है, ऐसे में राज्य में राजनीतिक भविष्य को तय किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और कुछ पार्टी के अध्यक्षों को बुलाया गया है.
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