BJP's Reaction On Apple Alert: देश के विपक्षी पार्टियों के सांसदों के एपल मोबाइल पर जासूसी करने का अलर्ट आने पर बीजेपी ने जवाब दिया है. मंगलवार (31 अक्टूबर 2023) को की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा, अगर उनको ऐसा लगता है कि उनकी जासूसी की जा रही है तो वह एपल के खिलाफ एफआईआर क्यों नहीं दर्ज करा देते हैं.'


रविशंकर प्रसाद ने कहा, 'ये क्या मैसेज है ये तो एपल ही करेगा. शशि थरूर जी खुद टेलीकॉम में रहे हैं वो खुद एपल से क्यों जवाब नही मांग लेते? केंद्र सरकार के खिलाफ लगाए जा रहे ये सभी आरोप निराधार हैं. फिर भी अगर उनको लगता है तो विपक्षी सांसदों को एपल के खिलाफ प्रोटेस्ट करना चाहिए अगर हिम्मत है तो एफआईर कर दें.' 


पहले पेगासस लेकर आई थी कांग्रेस
बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा, पहले राहुल गांधी ने पेगासस के बारे में दावे किए थे लेकिन उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की नियुक्त समिति के समक्ष आईफोन जमा करने से इनकार कर दिया था. अब ये एपल अलर्ट लाकर सरकार पर आरोप लगा रहे हैं. 


क्या है एपल मोबाइल जासूसी विवाद?
विपक्षी पार्टियों के सांसदों महुआ मोइत्रा, शशि थरूर, प्रियंका चतुर्वेदी समेत कई नेताओं ने दावा किया कि उनको एपल से एक मैसेज मिला है जिसके मुताबिक सरकार समर्थित कोई टेक्नॉलजी संगठन कथित तौर पर उनके मोबाइल को हैक करने की कोशिश कर रहा है. इसलिए उनको इससे बचने के लिए अपने फोन को अपडेट करना चाहिए. 


'मुझको सरकार पर दया आ रही है'
एपल से ऐसा अलर्ट मिलने के बाद सभी सांसदों और नेताओं ने इसकी आलोचना करनी शुरू कर दी. टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने दावा किया कि सरकार उनका और उनके कई साथी सांसदों का फोन हैक करने की कोशिश कर रही है.  टीएमसी सांसद ने कहा, ये पहली बार है जब विपक्ष के नेताओं और सांसदों को इस तरह के मैसेज आए हैं.


सरकार सर्विलांस कराने की कोशिश कर रही है. केंद्र सरकार को इस पर जवाब देना चाहिए. टीएमसी सांसद ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार इस तरह का काम कर रही है. ये बिल्कुल पेगासस जैसा मामला है. उन्होंने कहा, मुझे सरकार के मेरे लिए इस डर को देखकर उनके लिए दया आ रही है. 


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