कॉर्नेल विश्वविद्यालय के एक कार्यक्रम में चर्चा के दौरान राहुल गांधी ने इमरजेंसी से लेकर देश के मौजूदा हालात और आरएसएस राजीव गांधी के हत्यारे प्रभाकरण की मौत के मुद्दों पर बात की. इस दौरान राहुल गांधी ने देश के मौजूदा हालातों को इमरजैंसी से भी खराब करार दिया.
राहुल के इन बयानों पर बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा कि राहुल अगर कांग्रेस के गुनाह को देखें तो उनकी लिस्ट कभी खत्म ही नहीं होगी आखिर कितने गुनाहों की माफी मांगेंगे राहुल गांधी. राहुल के बयान पर पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि, “कांग्रेस के गुनाहों की गिनती खत्म नहीं होगी. देश के लोकतंत्र की हत्या की, नरसंहार किया कितनी माफी मांगेंगे राहुल.” नक़वी ने कहा कि, “ये इनका कर्मकांड बन गया है, हर बात पर विलाप करना इनकी आदत बन गया है और हर बात के लिए बीजेपी, आरएसएस और मोदी का नाम लेकर सवाल उठाना इनकी राजनीति हो गई है”
अपनी गलतियों को छुपाने के लिए लफ़्फ़ाज़ी से काम नहीं चलेगा- नकवी
नकवी ने कहा कि, “राहुल गांधी आरएसएस को लेकर जो बातें कर रहे हैं पहले उनको आरएसएस में जाना चाहिए देखना चाहिये और सीखना चाहिए. अपनी गलतियों को छुपाने के लिए लफ़्फ़ाज़ी से काम नहीं चलेगा.” केंद्रीय मंत्री ने पलटवार करते हुए कहा कि, “इस तरह की बयानबाजी और लफ़्फ़ाज़ी के मायने नहीं है. जब नीतियों का टोटा पड़ता है तो इसी तरीके की बातें की जाती है. यह विलाप मंडली है जो हर चुनाव के बाद सामने आ जाती है. चुनाव हारती है तब तो रोती है और अगर जीत जाते हैं तो जीत का आंकलन नहीं करते कि आखिर जनता ने क्यों भरोसा जताया है. जो भी पार्टी जनता से कट जाती है. जनता के सरोकार से कट जाती है उसका हश्र यही होता है. जब नीतियों का टोटा होता है और नेतृत्व खोटा होता है तो यही हाल होता है.”
वहीं बीजेपी सांसद राकेश सिन्हा ने राहुल गांधी के उठाए गए मुद्दों और बयानों पर पलटवार करते हुए कहा कि, “अगर राहुल गांधी इतनी गंभीर है तो उनको बताना चाहिए जयप्रकाश नारायण सरीखे बड़े नेताओं को जो फासिस्ट कहा गया था वह गलत था और सार्वजनिक तौर पर उसके लिए माफी मांगेंगे. सिर्फ भूल बताकर काम नहीं चलेगा इसको एक रेज़ोलुशन पास करके कांग्रेस को माफी मांगी चाहिए. अगर ऐसा नहीं करते तो फिर यही माना जाएगा कि वो सिर्फ ढकने का काम कर रहे हैं.”
राकेश सिन्हा ने इसके साथ ही आरएसएस पर राहुल के उठाए गए सवालों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि, “राहुल को आरएसएस के बारे में कुछ नहीं पता पहले उनको जान लेना चाहिए राजस्थान में जहां उनकी सरकार है वहां पर आरएसएस के विद्या भारती के स्कूल में 4,000 से ज्यादा मुस्लिम बच्चे पढ़ते हैं. देश के अलग-अलग हिस्सों में जो स्कूल चल रहे हैं वहां पर मुस्लिम बच्चे न सिर्फ पढ़ते हैं बल्कि टॉप भी करते हैं.”
राहुल को गोडसे को फांसी देने पर भी दुख हुआ होगा- राकेश सिन्हा
राहुल गांधी ने अपने बयान में राजीव गांधी के हत्यारे प्रभाकरण की मौत पर भी दुख जताने की बात की थी. राहुल के इस बयान पर बीजेपी सांसद राकेश सिन्हा ने कहा कि, “वह प्रभाकरण की हत्या का स्वागत करते हैं क्योंकि उसने देश के तत्कालीन प्रधानमंत्री की हत्या की थी.” राकेश सिन्हा ने कहा कि, “अगर राहुल को प्रभाकरण की मौत पर दुख हुआ तो फिर तो राहुल को गोडसे को फांसी देने पर भी दुख हुआ होगा. इस तरीके के बयान मानसिक तौर पर दिवालियापन बयान कहे जा सकते हैं. इंदिरा के हत्यारे हो या राजीव के या महात्मा गांधी के जिन लोगों ने भी हिंसा का सहारा लेकर हत्या की संस्कृति को आगे बढ़ाया, उनकी सज़ा कि हम प्रशंसा करते हैं.” राकेश सिन्हा ने कहा कि, “रावण भले ही विद्वान था लेकिन उसके कुकृत्य को सराहा नहीं जा सकता. लिहाजा गोडसे, सतवंत सिंह और बेअंत सिंह जैसे लोगों को सराहा नहीं जा सकता.”
बीजेपी सांसद ने इसके साथ ही कांग्रेस के अंदर से ही कांग्रेस आलाकमान को लेकर उठ रही आवाजों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि, “कांग्रेस के भीतर 23 नेताओं ने जो सवाल खड़ा किया वह सवाल कांग्रेस के विचार और वंशवादी राजनीति पर है. ऐसा पहली बार हुआ है कि कांग्रेस के भीतर से ही नेहरू-गांधी परिवार को पर सवाल उठे हैं. राहुल पहले कांग्रेस की नाव को संभाल ले क्योंकि राहुल के साथ कितने लोग पतवार बनकर साथ में खड़े हैं यह भी नजर नहीं आता. तीन लोगों के अलावा कोई उनके साथ नहीं दिखता कांग्रेस के भीतर ही राहुल गांधी और लोकप्रिय हो रहे हैं”
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