UP Chunaav: मौसम तो ठंड का आ चुका है लेकिन उत्तर प्रदेश में चुनावी तपिश साफ महसूस की जा सकती है. नारों से लेकर पोस्टर तक सब पर पार्टियां जान झोंक रही हैं. दिल्ली का रास्ता देश के सबसे बड़े सूबे की गलियों से होकर गुजरता है, ये कौन नहीं जानता. ऐसे में क्या बीजेपी, क्या कांग्रेस, क्या सपा और क्या बसपा. सभी पार्टियां हर पैंतरा, हर दांव खेलकर सत्ता की चाबी पाना चाहती हैं. 


मेनिफेस्टो पर फिलहाल पार्टियों में मंथन जारी है लेकिन चुनाव को लेकर वादों की झड़ी अभी से लगनी शुरू हो गई है. योगी सरकार ने जहां चुनावों से चंद दिनों पहले छात्रों के लिए फ्री लैपटॉप योजना चलाई है. वहीं प्रियंका गांधी ने भी महिलाओं के लिए खास घोषणापत्र बनाकर वादों की झड़ी लगा दी है. अखिलेश यादव भी किसानों को लेकर वादे कर चुके हैं. खैर किसे वादे पूरे होंगे और किसके धरे रह जाएंगे, ये तो आने वाले विधानसभा चुनाव के नतीजे बता ही देंगे. अब जानिए किस पार्टी ने जनता पर किन वादों की बौछार की है. 


कांग्रेस: देश की सबसे बड़ी पार्टी इस वक्त देश के सबसे बड़े सूबे में अपनी खोई हुई राजनीतिक जमीन को वापस पाने के लिए जी-जान से जुटी हुई है. इसलिए पार्टी जनता को लुभाने के लिए कोई कमी छोड़ने के मूड में नहीं है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पार्टी के रथ की बागडोर संभाले हुए हैं. 'लड़की हूं, लड़ सकती हूं' के नारे के साथ उन्होंने बिगुल फूंक दिया है. प्रदेश की 'आधी आबादी' पर प्रियंका का खास फोकस है.


फिलहाल देखा जाए तो सबसे ज्यादा वादे प्रियंका ने ही किए हैं. घोषणा पत्र में महिलाओं को 40 फीसदी टिकट, कॉलेज जाने वाली युवतियों के लिए मोबाइल-स्कूटी, गृहणियों को साल में तीन सिलेंडर मुफ्त, सरकारी बसों में महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा, आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रतिमाह 10,000 रुपये का मानदेय, नए सरकारी पदों पर 40% महिलाओं की नियुक्ति, वृद्धा-विधवा पेंशन 1000 रुपए/प्रतिमाह देने जैसे वादे शामिल हैं.


बीजेपी: उत्तर प्रदेश की 24 करोड़ जनता योगी सरकार का 5 साल का कार्यकाल देख चुकी है. योगी सरकार भी अपने काम लगातार प्रदेश वासियों को गिनाती रही है. बीजेपी का मेनिफेस्टो तो आना बाकी है. लेकिन सीएम योगी आदित्यनाथ ने अहम दांव चलते हुए मेधावी छात्रों के लिए फ्री लैपटॉप योजना शुरू कर दी है. इसके तहत युवाओं को फ्री में लैपटॉप और स्मार्टफोन दिए जाएंगे.


उम्मीद जताई जा रही है कि अगले महीने तक ये कार्यक्रम शुरू हो जाएगा. यूपी सरकार की 20 साल मुफ्त लैपटॉप बांटने की योजना है. इसके लिए सरकार ने 1800 करोड़ रुपये का बजट तय किया है. इसके अलावा पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, गंगा एक्सप्रेस-वे, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे और बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के जरिए भी बीजेपी सत्ता की गद्दी दोबारा पाना चाहती है. 


समाजवादी पार्टी: बीजेपी को कड़ी टक्कर देने की स्थिति में इस वक्त समाजवादी पार्टी ही नजर आ रही है.  पिछले महीने सहारनपुर में एक चुनावी सभा में अखिलेश ने भी अपने वादों के पिटारे खोले थे. उन्होंने कहा था कि सरकार बनने पर पहले गाजीपुर और बलिया से लखनऊ आने वाली सड़क को ठीक किया जाएगा. पुलिस की गाड़ी और एंबुलेंस की संख्या बढ़ाने का भी वादा भी अखिलेश ने कर दिया. किसानों के कर्जमाफी के लिए अलग फंड और सहारनपुर में अटके अस्पताल के निर्माण को पूरा कराने की बात भी अखिलेश ने कह दी.


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