BJP Attack on Congress: दिल्ली में बीजेपी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए कांग्रेस (Congress) को आतंकवाद समेत कई मसलों पर घेरा है. बीजेपी नेता संबित पात्रा (Sambit Patra) ने हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस का हाथ आतंकवाद के साथ है. उन्होंने कहा कि ये आश्चर्य का विषय है कि देश के 22 जगहों पर कांग्रेस पार्टी आतंकवाद (Terrorism) के विषय में प्रेस कांफ्रेंस कर रही है. तुष्टिकरण के कारण से जिस प्रकार से कांग्रेस ने आतंकवाद का साथ दिया है, यह कहना गलत नहीं होगा कि 'कांग्रेस का हाथ आतंकवाद के साथ'. कांग्रेस का काम तुष्टिकरण है.
बीजेपी नेता संबित पात्रा ने तंज कसते हुए आगे कहा कि कांग्रेस वर्तमान अध्यक्ष सोनिया गांधी बाटला हाउस एनकाउंटर के बाद फूट फूट कर रो रही थी क्योंकि आतंकवादी मारे गए. 26/11 में सब देखते रहे. इस दौरान पाकिस्तान को क्लीन चिट देने का प्रयास सोनिया गांधी के कहने पर किया गया.
बीजेपी ने कांग्रेस पर खड़े किए सवाल
बीजेपी ने आरोप लगाया कि 26/11 में कांग्रेस की ओर से बार बार पाकिस्तान को बचाने की कोशिश की गई. बीजेपी ने सवाल किया कि जाकिर नाइक से क्या संबंध है? राजीव गांधी फाउंडेशन ने आतंकवादी जाकिर नाइक से 50 लाख रुपए लिए. उनके ऊपर आंच ना आए इसके लिए चिट्ठी लिखी. इशरत जहां को कौन भूल सकता है. सोनिया गांधी के कहने पर पूरी पार्टी बेकसूर बता रही और उस वक्त नरेंद्र मोदी के खिलाफ प्रचार किया.
आतंकी हाफिज सईद पर कांग्रेस को घेरा
बीजेपी ने आगे कहा कि यासीन मलिक को जिस प्रकार का पायदान यूपीए की सरकार ने दिया, ये आतंकवादी का महिमामंडन करना है. बुरहान वानी के संदर्भ में कांग्रेस ने गलत नैरेटिव फैलाया. बुरहान वानी को मारा नहीं जाना चाहिए था, ऐसा कांग्रेस का कहना था. हाफिज सईद जैसा कोई आतंकी विश्व में किसी पार्टी को पसंद करता है, तो वो कांग्रेस पार्टी है. क्या वजह है कि हाफिज को कांग्रेस पसंद है?
राहुल गांधी पर तंज
बीजेपी नेता संबित पात्रा (Sambit Patra) ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए आगे कहा कि शशि थरूर और दिग्विजय सिंह ने याकूब मेमन की फांसी के खिलाफ चिट्ठी लिखी थी. राहुल गांधी जेएनयू में जाकर अफजल पर लगे नारे का समर्थन किया और आज आप आतंकवाद पर पीसी कर रहे हैं? यूपीए (UPA) के शासन के दौरान मेट्रो एयरपोर्ट में सावधानी के मैसेज आते थे. उस दौरान देखना पड़ता था, कहीं कोई बम तो नहीं. सरकार इसको लेकर अनाउंसमेंट करती थी. कोई महीना नहीं जाता था जब बम नहीं फटते थे. कई जगहों पर ब्लास्ट हुए. राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को अपने गिरेबान में झांकने की जरूरत है.
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