Prime Minister of Bharat: 'इंडिया या भारत' मुद्दे पर मचे राजनीतिक घमासान के बीच बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इंडोनेशिया यात्रा की जानकारी देने वाला पत्र सोशल मीडिया पर साझा किया है, जिसमें पीएम मोदी के लिए 'द प्राइम मिनिस्टर ऑफ भारत' लिखा गया है. कांग्रेस ने इसे लेकर बीजेपी को भ्रमित करार देते हुए तंज कसा है.
संबित पात्रा की ओर से पोस्ट किए गए पत्र में अंग्रेजी में जानकारी दी गई है, जिसका हिंदी में अर्थ है, ''भारत के प्रधानमंत्री (यहां प्राइम मिनिस्टर ऑफ इंडिया की जगह प्राइम मिनिस्टर ऑफ भारत लिखा गया है) नरेंद्र मोदी की इंडोनेशिया गणराज्य की यात्रा (20वां आसियान-भारत शिखर सम्मेलन और 18वां ईएएस शिखर सम्मेलन) 7 सितंबर, 2023 को होगी.''
मंगलवार (5 सितंबर) को संबित पात्रा की पोस्ट के कुछ देर बाद कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने पोस्ट किया, ''देखिए मोदी सरकार कितनी कन्फ्यूज है! 20वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में द प्राइम मिनिस्टर ऑफ भारत. यह सब ड्रामा सिर्फ इसलिए हुआ क्योंकि विपक्ष एकजुट हो गया और उसने खुद को INDIA बताया.''
काफी छोटा होगा पीएम मोदी का ये दौरा
बता दें कि पीएम मोदी 20वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन और 18वें पूर्व एशिया शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए बुधवार (6 सितंबर) की रात इंडोनेशिया के लिए रवाना होंगे. इंडोनेशिया आसियान (दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संगठन) शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है. सात सितंबर को पीएम मोदी सम्मेलन में शिरकत करेंगे. दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन की वजह से पीएम मोदी का यह दौरा काफी छोटा होगा.
क्यों हो रही 'इंडिया या भारत' मुद्दे पर बहस?
मंगलवार (5 सितंबर) को पीएम मोदी को 'प्राइम मिनिस्टर ऑफ भारत' संबोधित किए जाने पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ओर से भेजे गए जी-20 रात्रिभोज के निमंत्रण पर 'प्रेसीडेंट ऑफ भारत' लिखा होने का मुद्दा कई विपक्षी दलों ने उठाया. उन्होंने कहा कि इस पर प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया की जगह प्रेसिडेंट ऑफ भारत लिखा है. विपक्षी दलों ने आरोप लगाया कि सरकार ‘इंडिया’ शब्द हटाने की योजना बना रही है और देश का नाम केवल भारत रहेगा. कांग्रेस ने दावा किया कि 'इंडिया' गठबंधन से नफरत और डर की वजह से सरकार देश का नाम बदलने में जुटी है.
जयराम रमेश, केसी वेणुगोपाल समेत कांग्रेस के कई नेताओं ने इस मुद्दे सरकार पर हमला बोला तो वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया और तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन आदि दिग्गज नेताओं ने भी 'इंडिया या भारत' मुद्दे पर सरकार को निशाने पर लिया.
किसने क्या कहा?
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट किया, ''यह खबर वास्तव में सच है. राष्ट्रपति भवन ने जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए 9 सितंबर को ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया’ के बजाय ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ के नाम पर निमंत्रण भेजा है. अब संविधान के अनुच्छेद 1 में पढ़ा जा सकता है: ‘भारत जो इंडिया था, राज्यों का एक संघ होगा’, लेकिन अब इस ‘राज्यों के संघ’ पर भी हमला हो रहा है.''
बीजेपी पर बरसे केसी वेणुगोपाल
कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने पोस्ट किया, ''बीजेपी का विध्वंसक दिमाग सिर्फ यही सोच सकता है कि लोगों को कैसे बांटा जाए. एक बार फिर, वे ‘इंडियंस’ और भारतीयों के बीच दरार पैदा कर रहे हैं. साफ है कि हम सभी एक हैं! जैसा कि अनुच्छेद 1 कहता है- इंडिया, जो भारत है, राज्यों का एक संघ होगा. यह तुच्छ राजनीति है, क्योंकि वे ‘इंडिया’ से डरते हैं. जो करना है कर लो मोदी जी, जुड़ेगा भारत, जीतेगा इंडिया!''
केजरीवाल और ममता बनर्जी ने ये कहा
सीएम केजरीवाल ने कहा कि अगर I.N.D.I.A. गठबंधन अपना बदलकर 'भारत' कर ले तो क्या बीजेपी देश का नाम भारत से बदलकर कुछ और रख देगी. सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि अचानक ऐसा क्या हुआ कि इंडिया को सिर्फ भारत कहने की जरूरत पड़ गई.
स्टालिन और सिद्धारमैया ये बोले
तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने कहा कि बीजेपी ने 'इंडिया' को बदलने का वादा किया था, लेकिन अब केवल नाम बदल रही है. कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने कहा कि 'इंडिया' देश के लिए स्वीकार्य नाम है, इसे बदलकर 'भारत' करने की जरूरत नहीं है.
सीताराम येचुरी और तेजस्वी यादव का रिएक्शन
माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने 'भारत-इंडिया' विवाद पर बीजेपी की प्रतिक्रिया को अपरिपक्व करार दिया. बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि पीएम मोदी विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ से डरते हैं, इसलिए उनकी सरकार देश का जिक्र करते वक्त इस शब्द का इस्तेमाल करने से बच रही है. वहीं, बीजेपी ने जी-20 रात्रिभोज के निमंत्रण में राष्ट्रपति को 'प्रेसिडेंट ऑफ भारत' के नाम से संबोधित किए जाने पर खुशी जताई है.