नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों बेहद ठंडे हिमालय के केंद्र में स्थित कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर हैं और भगवान शिव को 'ब्रह्मांड' बता रहे हैं. लेकिन उनकी इस यात्रा पर दिल्ली में राजनीति गरम है. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) 31 अगस्त को राहुल की यात्रा शुरू होने के दिन से ही सवाल उठा रही है. वहीं कांग्रेस भी पलटवार करने में वक्त नहीं लगा रही है. दरअसल, राहुल गांधी मानसरोवर यात्रा से जुड़ी तस्वीर लगातार साझा कर रहे हैं. वहीं बीजेपी के नेता लगातार सवाल उठा रहे हैं. लेकिन बीजेपी का दावा उल्टा पड़ता दिखाई दे रहा है.


बात 31 अगस्त की
31 अगस्त को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी नई दिल्ली से मानसरोवर यात्रा के लिए रवाना हुए. आनन-फानन में बीजेपी ने प्रेस कांफ्रेंस कर दावा किया कि राहुल ने चीन की मदद मांगी है. कांग्रेस पार्टी को बताना चाहिए की राहुल गांधी चीन में किन अधिकारियों से मुलाकात करेंगे? बीजेपी ने कहा कि राहुल गांधी कैलाश मानसरोवर की यात्रा के लिए एक औपचारिक विदाई चाहते थे और उन्होंने चीन के राजदूत से उन्हें विदा करने के लिए कहा था.


बीजेपी के इन दावों से बौखलाई कांग्रेस ने कहा कि राहुल की यात्रा में बाधा डालने वालों को पाप लगेगा. कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, "इस मंगल यात्रा को हनीमून पर्यटन बताकर बीजेपी ने हिंदू धर्म और विश्वास पर घिनौना हमला किया है." सुरजेवाला ने कहा कि बीजेपी को पता होना चाहिए कि कैलाश पर्वत चीन के स्वायत क्षेत्र तिब्बत में है.


BJP ने राहुल को बताया 'चाइनीज गांधी', कांग्रेस बोली- 'मानसरोवर यात्रा में बाधा डालने पर पाप लगेगा'


पांच सितंबर
कांग्रेस अध्यक्ष ने मानसरोवर यात्रा नेपाल से शुरू करने के बाद पहली खूबसूरत तस्वीर पांच सितंबर को साझा की. इन तस्वीरों को कांग्रेस समर्थकों ने खूब शेयर किया. लेकिन विवाद उस समय खड़ा हो गया जब बीजेपी के नेताओं ने तस्वीर को गूगल से डाउनलोडेड बता दिया और पूछा की राहुल गांधी मानसरोवर में ही हैं या कहीं और हैं? इन नेताओं में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, बीजेपी नेता प्रीति गांधी और विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा शामिल थे.


प्रीती गांधी ने राहुल की तस्वीर की तुलना करते हुए एक तस्वीर को पोस्ट की और पूछा था, ''राहुल गांधी क्या आप इंटरनेट से तस्वीरें डाउनलोड करके उन्हें ट्वीट कर रहे हैं. आप सच में मानसरोवर में ही हैं या कहीं और हैं?'' केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी मुंबई बीजेपी प्रवक्ता सुरेश नखुआ के ट्वीट को रीट्विट करके सवाल पूछा था और बीजेपी विधायक मनजिंदर सिरसा ने राहुल की तस्वीर को गूगल से उठाई तस्वीर बता दिया था.





लेकिन एबीपी न्यूज़ के वायरल सच ने पड़ताल के बाद सच और झूठ के बीच से पर्दा उठा दिया था. पड़ताल में पता चला कि तस्वीर राहुल गांधी ने ही पोस्ट की थी और बीजेपी नेताओं के दावे झूठे थे. लेकिन गिरिराज सिंह ने अब राहुल की नई तस्वीरों पर सवाल उठा दिये हैं.


जानें, राहुल गांधी की मानसरोवर यात्रा पर संदेह पैदा करने वाली तस्वीर का सच


7 सितंबर
बीजेपी के वरिष्ठ नेता गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी की आज की तस्वीर पर सवाल उठाते हुए कहा कि राहुल गांधी ने जो तस्वीर साझा की है उसमें वो एक छड़ी के साथ दिख रहे हैं लेकिन फोटो में छड़ी की परछाईं नहीं है. यानि ये फोटो फोटोशॉप किया हुआ है. ये फेक है. कांग्रेस पार्टी फेक पार्टी ही बनकर रह गई है.



गिरिराज सिंह के दावों को कांग्रेस ने खारिज किया है. पार्टी ने कहा, "सभी नफरत करने वालों को पीछे छोड़ते हुए, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी कैलाश यात्रा के दौरान आगे बढ़ते हुए. क्या आप कर सकते हैं?"





कांग्रेस ने इसके साथ ही वाकिंग रिकॉर्ड को भी ट्वीट किया. पार्टी ने बताया कि राहुल ने 463 मिनट में 34.31 किलोमीटर की यात्रा की है और एक दिन में 203 मंजिल के बराबर चढ़ाई की है.


वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी फोटो और वीडियो जारी किया. उन्होंने वीडियो के साथ लिखा, 'शिव ही ब्रह्मांड हैं.' मानसरोवर यात्रा पर गये राहुल की अन्य यात्रियों के साथ भी आज तस्वीर सामने आई. उनके साथ मानसरोवर में फोटो खिंचाने वाले मिहिर पटेल ने एबीपी न्यूज से बात करते हुए कहा कि हमने राहुल के साथ बात की और फोटो भी खिंचवाई. लेकिन सवाल रहे हैं कि राहुल गांधी से सबूत मांगने की जरूरत क्या है?