नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के सीनियर नेता और हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है. इस पत्र में उन्होंने आग्रह किया है कि दलाई लामा को भारत रत्न दिया जाए.


शांता कुमार ने अपने पत्र में संयुक्त राष्ट्र में तिब्बत मुद्दा उठाने की भी वकालत की है. कुमार ने कहा कि 1950 में जब चीन को तिब्बत पर अधिकार जमाने दिया गया, उस वक्त तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने ‘‘पाप किया’’.


बीजेपी नेता ने कहा, ‘‘आज चीन दुनिया में अकेला पड़ गया है.’’ उन्होंने कहा कि 1950 की गलती को सुधारने का यह सुनहरा अवसर है.


शांता कुमार ने कहा, ‘‘भारत द्वारा दलाई लामा को सम्मानित किए जाने और तिब्बत मुद्दा संयुक्त राष्ट्र में उठाए जाने के दो कदमों से, चीन का पूरी दुनिया के सामने पर्दाफाश हो जाएगा.’’


बता दें कि तेनजिन ग्यात्सो 14वें दलाई लामा हैं. दलाई लामा की उम्र 85 साल है. वे साल 1959 से भारत में निर्वासित जिंदगी बिता रहे हैं.


दरअसल तिब्बत संकट की शुरुआत 1951 से हुई. आजाद तिब्बत पर चीन ने हजारों सैनिकों को भेजकर कब्जा कर लिया था. चीनी कब्जे के बाद तेनजिन ग्यात्सो को 14वें दलाई लामा के तौर पर पद पर बैठाया गया. फिर तिब्बत के 14वें दलाई लामा 1959 में भागकर भारत आ गए थे. भारत ने उन्हें राजनीतिक शरण दी थी और तब से वे हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में रह रहे हैं.



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