BJP On Rahul Gandhi Over New Parliament: 28 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों से प्रस्तावित संसद के नए भवन के उद्घाटन पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सवाल उठाया है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल ने कहा है कि नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को करना चाहिए, प्रधानमंत्री को नहीं. राहुल की आपत्ति पर बीजेपी की ओर से पलटवार किया गया है. बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने राहुल पर ऐतिहासिक पलों में छाती पीटने का आरोप लगाया.
एडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, राष्ट्रपति मुर्मू को उद्घाटन में आमंत्रित न किए जाने के राहुल के सवाल पर गौरव भाटिया ने सोमवार (22 मई) को कहा, ''जनता ये कह रही है- राहुल गांधी फिर रोया. जब-जब देश में कोई ऐतिहासिक पल आया है और हर भारतीय गौरवान्वित महसूस करता है, उस वक्त राहुल गांधी छाती पीटते हैं. ऐसा क्यों होता है? क्या भाव ये है कि देश आगे बढ़ रहा है? इसलिए हर शुभ मुहूर्त में वो आ जाते हैं पनौती बनके.''
'...उसमें भी छाती पीटते हैं.'
भाटिया ने राहुल पर निशाना साधते हुए आगे कहा, '' उनका भाव क्या है? इतनी छोटी सोच कि ऐतिहासिक पल पर आप उस फैसले का और नए संसद भवन का जो लोकतंत्र का मंदिर बनेगा, उसका स्वागत नहीं कर सकते. ये तब है जब तत्कालीन स्पीकर मीरा कुमार जी ने स्वयं कहा था कि भारत को एक नए संसद भवन की आवश्यकता है. जयराम रमेश जी ने यही बात कही थी. सपने देखे इन्होंने, भ्रष्टाचार ये करते हैं, जमीन पर कुछ उतार नहीं पाते हैं, कितने निठल्ले और निकम्मे हैं और मोदी जी अगर इनके देखे हुए सपने को साकार करते हैं क्योंकि देशहित में है, तो उसमें भी छाती पीटते हैं.''
मल्लिकार्जुन खरगे ने की ये मांग
बता दें कि सोमवार (22 मई) को ही कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी संसद के नए भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से कराने की मांग की. उन्होंने राष्ट्रपति को आमंत्रित न किए जाने का आरोप लगाते हुए केंद्र सरकार को घेरा. मल्लिकार्जुन खरगे ने ट्वीट किया, ''ऐसा लगता है कि मोदी सरकार ने अनुसूचित जाति और आदिवासी समुदायों से राष्ट्रपति इसलिए चुना ताकि राजनीतिक फायदा लिया जा सके. पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह के लिए आमंत्रित नहीं किया गया. मौजूदा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को भी इस समारोह के लिए आमंत्रित नहीं किया जा रहा है.'' खरगे ने कहा कि अगर उद्घाटन राष्ट्रपति करती हैं तो इससे लोकतांत्रिक मूल्यों और संवैधानिक मर्यादा के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता दिखाई देगी.
कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने उठाया सवाल
वहीं, मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने नए संसद भवन के औचित्य पर ही सवाल उठाया. उन्होंने अन्य देशों के संसद भवनों का उदाहरण देते हुए कहा कि भारत के मौजूदा संसद भवन की आयु बहुत कम है और इमारत बेहद मजबूत है. उन्होंने कहा कि उससे भारत की आजादी का इतिहास जुड़ा है. शर्मा ने कहा कि यह कहना आसान है कि अंग्रेजों के वक्त संसद भवन बना था लेकिन उसे बनाने वाले भारत के कारीगर और मजदूर थे और पैसा भारत का लगा था. उन्होंने कहा कि जो सवाल उठ रहे हैं, सरकार को उनका जवाब देना होगा.
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