Tirupati Temple: तिरुपति बालाजी मंदिर के लड्डू प्रसाद में जानवरों की चर्बी का मामला हर गुजरते दिन के साथ बढ़ता जा रहा है. इसी क्रम में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रवक्ता शलभमणि त्रिपाठी और मुस्लिम धर्मगुरू साजिद रशीदी के बीच लाइव डिबेट के दौरान इस मुद्दे पर तीखी नोकझोंक देखने को मिली. दोनों के बीच कांवड़ रूट पर नाम लिखने वाले योगी सरकार के फैसले पर भी बहस हुई.


शलभमणि त्रिपाठी और मुस्लिम धर्मगुरू साजिद रशीदी की बहस के बीच तनाव इतना बढ़ गया कि ऐसा लगने लगा मानो किसी युद्ध के मैदान में हैं. बीजेपी प्रवक्ता शलभमणि त्रिपाठी ने कहा, 'सहारनपुर के लोगों और कुमार स्वीट्स वालों ने नहीं कहा कि नाम छिपाकर रखना चाहिए. वो तो नाम लिखने को तैयार हैं. आप नाम लिखने से क्यों भाग रहे हैं. इसका मतलब आपकी मंशा गड़बड़ है. आपकी दाढ़ी में तिनका है, अगर तिनका नहीं होता तो आप कहते कि मेरा नाम मौलाना रशीदी है और इसे लिख लीजिए. नाम छिपाने के पीछे आपकी वजह क्या हो सकती है.'


लगा दिए बड़े आरोप


मुस्लिम धर्मगुरू साजिद रशीदी ने कहा कि आपके यहां जो इंस्पेक्टर घूसखोर है, आप उन्हें कैसे मनाओगे और जो पैसा लेकर मिलावट करा रहे हैं, उन्हें कैसे मनाओगे? साजिद रशीदी की इस बात पर शलभमणि त्रिपाठी तिलमिला उठे और उन्होंने कहा, 'आप पेशाब मिलाने वालों को कैसे मनाएंगे. आप जूस में पेशाब मिलाने वालों को कैसे मनाएंगे. आप जूस में पेशाब मिलाने वालों और सेब पर थूकने वालों के ब्रांड एंबेसडर क्यों बने हुए हैं. आप धर्म के नाम पर थूकेंगे क्या?' बहस इतनी बढ़ गई कि ऐंकर को दोनों को रोकना पड़ा. 


पाकिस्तान का फिर हुआ जिक्र


साजिद रशीदी ने पूछा, 'जनसभा में गाय का पेशाब पिलाना ठीक है.' अपने आरोप के साथ ही उन्होंने वीडियो दिखाने की भी बात कही और तुरंत अपना फोन निकाल लिया. इस आरोप के बाद शलभमणि त्रिपाठी ने कहा कि आप पाकिस्तान का वीडियो दिखा रहे हैं, उत्तर प्रदेश और हिंदुस्तान की बात कीजिए. 


ये भी पढ़ें: 'अहमद को रीना की चिट्ठी तो...', कथा में अपना फोन दिखा बोले बागेश्वर धाम वाले बाबा, 'लव जिहाद' पर कह दी ये बात!