'सिर्फ 2 दिन बाकी...', अमेठी से राहुल और रायबरेली से प्रियंका गांधी के चुनाव लड़ने पर क्या बोलीं मेनका गांधी?
Lok Sabha Election: मेनका गांधी से जब अमेठी और रायबरेली से जुड़ा सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा, नामांकन में सिर्फ दो दिन रह गए हैं. मुझे नहीं पता कि कांग्रेस कब अपने पत्ते खोलेगी.
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केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने बुधवार (1 मई 2024) को यूपी की सुल्तानपुर सीट से नामांकन दाखिल किया. नामांकन दाखिल करने के बाद उन्होंने कहा, हर चुनाव में मुकाबला होता है, लेकिन मुझे लगता है कि हम ही जीतेंगे. इस दौरान मेनका ने अमेठी और रायबरेली से गांधी परिवार के चुनाव लड़ने से जुड़े सवाल पर भी जवाब दिया.
मेनका गांधी से जब अमेठी से राहुल गांधी और रायबरेली से प्रियंका गांधी के चुनाव लड़ने से जुड़ा सवाल पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि नामांकन में सिर्फ दो दिन रह गए हैं. मुझे नहीं पता कि कांग्रेस कब अपने पत्ते खोलेगी.
#WATCH उत्तर प्रदेश: भाजपा नेता और सुल्तानपुर लोकसभा क्षेत्र से पार्टी की उम्मीदवार मेनका गांधी ने कहा, "यह एक प्रतिस्पर्धा है लेकिन मुझे लगता है कि हम जीतेंगे...इस बार चुनौती कम है।"
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 1, 2024
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा की अमेठी और रायबरेली से उम्मीदवारी के बारे में पूछे जाने… pic.twitter.com/33dZvAp0YA
मेनका गांधी को बीजेपी ने लगातार दूसरी बार सुल्तानपुर सीट से टिकट दिया है. वे 2019 में भी इस सीट से चुनाव जीतीं. मेनका 2014 से 2019 तक मोदी सरकार में मंत्री भी रहीं. इससे पहले 2014 में सुल्तानपुर सीट से मेनका के बेटे वरुण गांधी सांसद चुने गए थे. 2019 में वरुण गांधी को बीजेपी ने पीलीभीत से टिकट दिया था. इस बार बीजेपी ने पीलीभीत से वरुण गांधी की जगह जितिन प्रसाद को चुनावी मैदान में उतारा है.
मेनका 2014 में पीलीभीत सीट से सांसद चुनी गई थीं. वे 2004 में बीजेपी में शामिल हुई थीं. इससे पहले वे अमेठी से 1984 में राजीव गांधी के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ चुकी हैं. हालांकि, इस चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. इसके बाद मेनका 1988 में वी पी सिंह की पार्टी जनता दल पार्टी में शामिल हुईं. मेनका 1989 में पहली बार पीलीभीत से चुनाव जीतीं और केंद्र में मंत्री बनीं.
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