Violence In Jodhpur: जोधपुर हिंसा को लेकर BJP के निशाने पर गहलोत सरकार, गजेन्द्र शेखावत बोले- FIR नहीं तो जालौरी गेट पर करेंगे धरना
Politics On Jodhpur Violence: जोधपुर के जालौरी गेट पर हुई सांप्रदायिक हिंसा को लेकर बीजेपी नेताओं ने अशोक गेहलोत सरकार पर निशाना साधा है. सांसद गजेंद्र शेखावत ने धरने पर बैठने की बात कही.
BJP Target Congress For Clash: राजस्थान के जोधपुर में हुई सांप्रदायिक हिंसा के मामले में बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने है. इस मामले को लेकर अब राजनीति हो रही है. हिंसा को लेकर एक तरफ बीजेपी कांग्रेस पर हमलावर हो रही है तो दूसरी तरफ कांग्रेस बीजेपी पर आरोप लगा रही है कि इस हिंसा के लिए वो जिम्मेदार है. राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गेहलोत ने बीजेपी पर हिंसा फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा है कि बीजेपी हिंदू-मुस्लिम को भड़काने का काम करती है और अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकती है.
तो वहीं दूसरी तरफ केंद्रीय मंत्री और जोधपुर के सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा है कि पुलिस प्रशासन दवाब में काम कर रहा है. इस हिंसा पर प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई तो वो जालौरी गेट पर धरना देंगे और प्रशासन को इस बात के लिए मजबूर करेंगे कि वह जोधपुर की शांति और भाईचारे को बिगाड़ने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करे.
जानिए बीजेपी के नेताओं ने क्या कहा
गजेंद्र सिंह शेखावत
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा है कि पिछले कुछ समय से राज्य में कानून व्यवस्था फेल हुई है. भारत की अस्मिता से खिलवाड़ करने वालों को सरकार की तरफ से छूट दी गई. जोधपुर में इस घटना को सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया गया औऱ स्वतंत्रता सेनानी बालमुकुंद के स्मारक से भगवा झंडा हटाकर दूसरा झंडा लगाया गया. पुलिस अधिकारियों ने बिना सोचे पत्रकारों और अन्य लोगों पर लाठी चार्ज किया.
शेखावत यहीं नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि पुलिस और प्रशासन ने इसकी तैयारी पहले से क्यों नहीं की थी. जिस तरह का तांडव जोधपुर में हुआ ऐसा पहले कभी नहीं हुआ. लोगों के घरों में घुसकर हमला किया गया. उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस एक अदृश्य दवाब में काम कर रही है.
वसुंधरा राजे सिंधिया
राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया ने इस मामले पर अपनी बात रखते हुए कहा है कि सरकार तुष्टिकरण की राजनीति से बाज आए. बांरा, करौली और राजगढ़ के बाद अब मुख्यमंत्री के गृह जिले जोधपुर में भी सांप्रदायिक तनाव की घटना हुई. स्वतंत्रता सेनानी बिस्सा की प्रतिमा पर लगे भगवा झंडे को उतारने की घटना से स्पष्ट हो जाता है कि प्रदेश में फैला ये मजहबी उन्माद कांग्रेस सरकार की तुष्टिकरण संस्कृति का परिणाम है.
अनुराग ठाकुर
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार की कानून व्यवस्था पूरी तरह से फेल है. पिछले 2 महीने में इस तरह की कई घटनाएं हुई हैं. राज्य सरकार को सख्त कदम उठाने चाहिए.
सतीश पूनिया
हीं राजस्थान बीजेपी के अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा है कि स्वतंत्रता सेनानी बालमुकुंद बिस्सा की प्रतिमा से भगवा झंडा उतारकर इस्लाम का झंडा लगाया गया और जिस तरह से वहां हिंसा हुई उससे साफ जाहिर होता है कि कांग्रेस सरकार की तुष्टिकरण की राजनीति करने का रवैया उसके डूबने का कारण बनेगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में इस तरह की घटनाएं ज्यादा होती हैं और बहुसंख्यक हिंदू समुदाय के साथ अत्याचार हो रहा है.
सूर्यकांत व्यास
स्थानीय बीजेपी विधायक सूर्यकांत व्यास ने कहा कि उन लोगों ने बिस्सा की मूर्ति पर झंडा लगाया इससे हमें कड़ी आपत्ति है. हम इसे भूलेंगे नहीं. 2 अप्रैल को करौली में नव संवत्सर हिंदू संगठनों द्वारा निकाली जा रही बाइक रैली पर कुछ असामाजिक तत्वों ने पथराव किया था, उसके बाद आगजनी की घटना हुई थी.
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