Tawang Clash: राहुल गांधी बोले, 'वॉर की तैयारी कर रहा चीन, सरकार सोई है', बीजेपी का पलटवार- अब ये नेहरू का भारत नहीं
India China Border Clash: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को चीन के मामले पर बयान दिया है. इस बयान के बाद बीजेपी के तमाम नेताओं ने उन पर निशाना साधा है.
Rahul Gandhi On China: अरुणाचल प्रदेश के तवांग (Tawang) में भारत और चीन (China) के सैनिकों के बीच हुई झड़प पर देश में हंगामा जारी है. पहले संसद में ये मुद्दा जोर-शोर से उठा था और विपक्ष ने संसद को घेरा था. अब शुक्रवार (16 दिसंबर) को इस मामले पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के बयान पर भी घमासन हुआ. राहुल गांधी ने दावा किया कि भारत चीन से युद्ध के खतरे की अनदेखी कर रहा है. इस पर पलटवार करते हुए बीजेपी ने उन पर सेना का मनोबल गिराने का आरोप लगाया और पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू (JL Nehru) पर कटाक्ष किया. जानिए मामले से जुड़ी बड़ी बातें.
1. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को केंद्र पर आरोप लगाया कि चीन भारत की सीमा पर युद्ध की तैयारी कर रहा है और भारत सरकार सोई हुई है व खतरे को नजरअंदाज करने की कोशिश कर रही है. कांग्रेस सांसद ने आरोप लगाया कि चीन ने 2,000 वर्ग किलोमीटर भारतीय क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है, 20 भारतीय सैनिकों को मार डाला है और 'अरुणाचल प्रदेश में हमारे जवानों की पिटाई कर रहा है.'
2. राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के 100 दिन पूरे होने पर जयपुर में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि जो चीन का खतरा (थ्रेट) है और मुझे तो वो स्पष्ट है. मैं इसको अब दो-तीन साल से कह रहा हूं वो बिल्कुल स्पष्ट है और केंद्र सरकार उसको छिपाने की कोशिश कर रही है. सरकार उसको नजरअंदाज कर रही है मगर उस खतरे को ना छुपाया जा सकेगा और ना ही उसे अनदेखा किया जा सकेगा.
3. राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि चीन, भारत की सीमा पर युद्ध की तैयारी कर रहा है. उन्होंने कहा कि उनकी पूरी तैयारी चल रही है. उनका लद्दाख की तरफ और अरुणाचल की तरफ पूरा आफेंसिव प्रिपेरेशन (युद्ध की तैयारी) चल रहा है. हिन्दुस्तान की सरकार सोई हुई है. चीन पर सरकार चीजों को छिपाने की कोशिश कर रही है, लेकिन इसे छिपाया नहीं जा सकता. हमारे विदेश मंत्री को अपनी समझ गहरी करनी चाहिए.
4. बीजेपी सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौर ने राहुल गांधी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि राहुल गांधी के नाना जी सो रहे थे और उन्होंने सोते-सोते भारत का 37 हजार स्क्वायर किमी क्षेत्र गंवा दिया. उसके बाद राहुल गांधी को लगा कि चीन से मित्रता करनी चाहिए और अब मित्रता इतनी गहरी है कि चीन क्या करने वाला है ये उन्हें पता है. राजीव गांधी फाउंडेशन को चीन की कम्युनिस्ट पार्टी से 1.35 करोड़ रुपये मिले हैं. उन्होंने कहा कि अब ये नेहरू का भारत नहीं बल्कि मोदी का भारत है. सेना को देश की रक्षा करने के लिए खुली छूट है. हमारी सेना घुस कर मारती है.
5. केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने भी राहुल के बयान पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि राजीव गांधी फाउंडेशन ने चीन से पैसा लिया यह एक भ्रष्टाचार है. पं. नेहरू और कांग्रेस के शासन में हमारी जमीन किस तरह चीन के पास गई यह सभी जानते हैं. राहुल गांधी को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए.
6. असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने भी राहुल गांधी पर तंज कसा. उन्होंने ट्वीट किया कि चीन के लिए अपने प्यार में राहुल गांधी ने सभी सीमाओं को पार कर दिया है. वीडियो सबूत के बावजूद उनका कहना है कि भारतीय सैनिकों को चीनियों ने पीटा है. कोई भारत और भारतीय सेना से इतनी नफरत कैसे कर सकता है.
7. हिमंत बिस्वा सरमा के इस बयान पर कांग्रेस की ओर से भी पलटवार किया गया. कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि ये लोग कांग्रेस और राहुल गांधी को फौज की खिलाफत करने वाला बनाना चाहते हैं, लेकिन वे कामयाब नहीं होंगे. जिसने देश की आजादी की लड़ाई में एक बूंद खून नहीं निकाला वे आज राष्ट्र भक्त बन गए हैं. उस परिवार ने देश की रक्षा के लिए 2 प्रधानमंत्रियों की शहादत दी.
8. कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि विपक्ष की तरफ से अगर सरकार को किसी विषय पर सचेत किया जाता है, तो क्या ये गुनाह है? अगर भारत और चीन के बीच सबकुछ ठीक है तो फिर यथास्थिति बहाल करने की क्या जरूरत है? डेमचोक और देपसांग में हमारी सेना जहां गश्ती लगाती थी, वहां अब गश्त नहीं कर पाते.
9. अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि चीन को दंडित करने के बजाय, वे चीन के व्यापार में योगदान दे रहे हैं. 3,560 भारतीय कंपनियों में चीनी निदेशक हैं. मैं इसे चुनौती देता हूं, जाकर जांच करो. इन बातों पर संसद में खुलकर चर्चा करें. राहुल गांधी इन बातों से सरकार को अवगत कराते हैं और सरकार को यह पसंद नहीं है.
10. गौरतलब है कि बीती 9 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) के तवांग सेक्टर में यांगत्से में भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प हुई थी. इस झड़प में दोनों देशों के सैनिकों को चोटें आई थीं. हालांकि चीन को ज्यादा नुकसान हुआ था.
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