मध्य प्रदेश समेत इन पांच राज्यों के नए प्रदेश अध्यक्षों का ऐलान कर सकती है बीजेपी, इन्हें मिल सकती है जिम्मेदारी
BJP New State Presidents: मध्य प्रदेश में इसी साल चुनाव होने जा रहे हैं, उससे पहले राज्य की कमान किसी बड़े नेता को सौंपी जा सकती है. इसके अलावा बाकी कुछ राज्यों में भी बदलाव करने की तैयारी है.
BJP New State Presidents: आने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनावों को लेकर बीजेपी ने कमर कस ली है, चुनावी तैयारियों के बीच अब बीजेपी पांच राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों को बदल सकती है. बताया जा रहा है कि कुछ ही घंटे में बीजेपी इन पांचों राज्यों के नए प्रदेश अध्यक्षों का ऐलान कर सकती है. चुनावों की तैयारियों को लेकर कुछ ही दिन पहले पीएम मोदी ने एक अहम बैठक बुलाई थी, जिसमें आगे की रणनीति पर चर्चा हुई. कहा जा रहा है कि इसी दौरान राज्यों में प्रदेश अध्यक्ष बदलने का फैसला लिया गया.
इन राज्यों में होगा बदलाव
बीजेपी जिन पांच राज्यों में प्रदेश अध्यक्षों को बदलने जा रही है, उनमें गुजरात, तेलंगाना, पंजाब, मध्य प्रदेश और कर्नाटक शामिल हैं. पार्टी नए चेहरों को इन राज्यों की जिम्मेदारी सौंप सकती है. बताया जा रहा है कि जी किशन रेड्डी को तेलंगाना, सुनील जाखड़ को पंजाब, अस्वथ नारायण या शोभा करंदलाजे में से किसी एक को कर्नाटक का अध्यक्ष बनाया जा सकता है. वहीं, चुनावी राज्य मध्य प्रदेश में भी किसी बड़े चेहरे को जिम्मेदारी दी जा सकती है.
कर्नाटक में मिली थी हार
कर्नाटक में बीजेपी को मिली करारी हार के बाद अब पार्टी मंथन में जुटी है. इस बीच पार्टी ने नेता विपक्ष के नाम पर भी अभी सस्पेंस बरकरार रखा है. फिलहाल पार्टी बिना नेता विपक्ष के ही कर्नाटक विधानसभा के सत्र में शामिल हो रही है. इसी बीच पूर्व सीएम और कद्दावर नेता बीएस येदियुरप्पा को दिल्ली बुलाया गया, जहां अमित शाह ने उनसे मुलाकात की. नेता विपक्ष की नियुक्ति के लिए बीजेपी की तरफ से पर्यवेक्षक बनाए गए हैं. वहीं चुनाव में मिली हार की रिपोर्ट भी केंद्रीय नेतृत्व को सौंपी जाएगी. जिसके बाद नए चेहरे के हाथों में पार्टी की कमान सौंपी जा सकती है.
मध्य प्रदेश में चुनावी तैयारी
मध्य प्रदेश की बात करें तो यहां बीजेपी सत्ता में बरकरार रहने की तैयारी कर रही है. शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में पार्टी का चुनाव प्रचार भी शुरू हो चुका है और पीएम मोदी भी राज्य का दौरा कर चुके हैं. ऐसे में चुनाव से ठीक पहले पार्टी की जिम्मेदारी एक ऐसे नेता को सौंपी जा सकती है, जो जमीनी स्तर पर काफी मजबूत हो और बूथ लेवल पर पार्टी को मजबूत कर सके.
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