Tripura Assembly Election 2023: आगामी त्रिपुरा विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने कमर कस ली है. चुनाव को लेकर रणनीति बनाई जा रही है. इस बीच बीजेपी (BJP) ने आईपीएफटी (IPFT) के साथ अपना गठबंधन जारी रखने का फैसला लिया है. गठबंधन धर्म को बनाए रखने की लंबी परंपरा पर जोर देते हुए बीजेपी ने गुरुवार (15 दिसंबर) को कहा कि वह अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में आईपीएफटी के साथ अपना गठबंधन जारी रखेगी.
भगवा पार्टी और इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (IPFT) ने 2018 में साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ा था और वाम मोर्चा से सत्ता छीन ली थी.
IPFT से गठबंधन जारी रखेगी बीजेपी
त्रिपुरा बीजेपी के प्रमुख राजीव भट्टाचार्य ने कहा, “बीजेपी अपने सहयोगियों का सम्मान करती है, हम अपने चुनावी सहयोगियों को बाहर नहीं करते हैं. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार बनाई थी और एनडीए अब भी मौजूद है. बीजेपी आईपीएफटी के साथ अपने चुनावी गठबंधन को जारी रखेगी क्योंकि 2018 के विधानसभा चुनाव से पहले समझौता किया गया था.''
'टिपरा मोथा से गठबंधन नहीं'
बीजेपी नेता राजीव भट्टाचार्य ने आगे कहा कि एक अन्य क्षेत्रीय पार्टी टिपरा मोथा के साथ गठबंधन करने का कोई इरादा नहीं है, जो पूर्वोत्तर राज्य की एकमात्र स्वायत्त जिला परिषद में शासन कर रही है. उन्होंने कहा कि टिपरा मोथा के साथ गठबंधन को लेकर कोई चर्चा या बातचीत नहीं हुई है. चुनावी गठबंधन को लेकर टिपरा मोथा किसी भी राजनीतिक दल से बात करने के लिए तैयार है, चाहे वह बीजेपी हो या कांग्रेस, लेकिन 'ग्रेटर टिपरालैंड' की मांग से कोई समझौता नहीं करेंगे.
2018 में मिली थी जीत
गौरतलब है कि त्रिपुरा (Tripura) में बीजेपी-आईपीएफटी गठबंधन (BJP-IPFT Alliance) ने 2018 में राज्य में 60 सदस्यीय विधानसभा में 43 सीटें जीतकर सत्ता हासिल की थी. बीजेपी को 35 और आईपीएफटी को 8 सीटें मिली थीं.
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