मुंबई: महाराष्ट्र में सरकार गठन में तमाम उठा-पटक के बाद अब मंत्रियों के मंत्रालय बंटवारे में भी काफी तनातनी देखी जा रही है. इससे गठबंधन दलों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. शिवसेना कोटे से राज्य मंत्री बने अब्दुल सत्तार के इस्तीफे ने इन बातों को और बल दिया है. वैसे सूत्रों के मुताबिक राज्य में मंत्रालय का बंटवारा हो गया है. इन सबके बीच खबर है कि इससे गठबंधन के कई विधायक नेता नाराज़ हैं और इसी नाराज़गी का फ़ायदा उठाकर बीजेपी ने कर्नाटक की तरह ही महाराष्ट्र में भी ऑपरेशन लोटस की शुरुवात कर दी है.


बीजेपी का दावा है कि यहां की सरकार छह महीने में गिर जाएगी. राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस ने कहा कि अब्दुल सत्तार का इस्तीफ़ा देना ठाकरे सरकार के पतन की शुरुआत है. ये सरकार जनता का विश्वासघात करके बनी है और ज़्यादा दिनों तक नहीं चल पाएगी.


इसी तरह राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना नेता रहे नारायण राणे ने उद्धव ठाकरे सरकार को 6 महीने का बता दिया. बीजेपी ने राज्य में ऑपरेशन लोटस की जिम्मेदारी पूर्व सीएम देवेंद्र फडनवीस के संकटमोचक गिरीश महाजन को दी है. महाराष्ट्र में ऑपरेशन लोटस की जानकारी कर्नाटक में सरकार गिराने में शामिल राज्य के बीजेपी नेता प्रसाद लाड ने एबीपी न्यूज़ को दी.


अभी वेट एंड वॉच की भूमिका में बीजेपी


खबरों के मुताबिक 24 जनवरी तक बीजेपी यहां वेट एंड वॉच की भूमिका में होगी. इसके बाद राज्य में ऑपरेशन लोटस सक्रिय होगा. बता दें कि महाराष्ट्र में बीजेपी को सरकार बनाने के लिए कम से कम 40 विधायकों की जरुरत है. वहीं, बीजेपी का दावा है कि उसके पास शिवसेना के 13 तो कांग्रेस और एनसीपी के 14 विधायक संपर्क में हैं. आपको जानकारी दें कि बीजेपी ने कर्नाटक में 18 विधायकों को अपने पाले में लाकर सरकार का गठन किया था.


बीजेपी के ऑपरेशन लोटस पर शिवसेना नेता अनिल परब ने कहा कि पार्टी मुंगेरी लाल के हसीन सपने देख रही है. उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी सरकार गिराने के लिये ऑपरेशन लोटस की तैयारी में है तो हम भी सरकार बचाने के लिए ऑपरेशन शिवतेज करेंगे.