भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) आगामी लोकसभा चुनाव में जनता दल (सेक्यूलर) के साथ गठबंधन की योजना बना रही है. कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने शुक्रवार (8 सितंबर) को बताया कि राज्य की चार सीटों पर सहमति बनी है. उन्होंने बताया कि केंद्रीय मंत्री अमित शाह जेडी(एस) को चार लोकसभा सीट देने के लिए सहमत हैं. यह बीजेपी के साथ चुनावी समझौते के तहत हुआ है.
सूत्रों के मुताबिक, जेडी(एस) मांड्या, हासन, बेंगलुरु (ग्रामीण) और चिकबल्लापुर सीट पर चुनाव लड़ना चाहती है. 2019 के लोकसभा चुनाव में जेडी(एस) को इनमें से सिर्फ एक सीट पर ही जीत मिली थी, जबकि बाकी तीन सीटों पर बीजेपी तो जीत हासिल हुई. मांड्या, बेंगलुरु (ग्रामीण) और चिकबल्लापुर बीजेपी जीती थी, जबकि जेडी(एस) सिर्फ हासन सीट ही जीत सकी थी.
शाह और नड्डा के साथ हुई देवेगौड़ा की गोपनीय मुलाकात
सूत्रों ने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री और जेडीएस सुप्रीमो एच.डी. देवेगौड़ा ने मंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी.नड्डा से मुलाकात कर गोपनीय बातचीत की है. सूत्रों के मुताबिक, जेडीएस 28 में से पांच संसदीय सीटों की मांग कर रही है और भाजपा चार सीटों के लिए बातचीत कर रही है. जेडीएस ने हासन, मांड्या, कोलार, तुमकुरु और बेंगलुरु ग्रामीण सीटों पर जोर दिया. हासन का प्रतिनिधित्व देवेगौड़ा के पोते प्रज्वल रेवन्ना ने किया. कर्नाटक हाईकोर्ट ने हाल ही में भारत के चुनाव आयोग से संपत्ति के संबंध में जानकारी छिपाने की पृष्ठभूमि में उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया था.
मांड्या सीट अपने पास रख सकती है बीजेपी
मांड्या जेडीएस का मजबूत आधार है, लेकिन बीजेपी मौजूदा सांसद सुमलता अंबरीश का समर्थन कर रही है, जिन्होंने स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल की है. उन्होंने प्रमुख मामलों में बीजेपी को अपना समर्थन दिया था. सूत्रों ने कहा कि भाजपा मांड्या सीट अपने पास रख सकती है और सुमलता अंबरीश को भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ाएगी. बेंगलुरु ग्रामीण का प्रतिनिधित्व डी.के. सुरेश शिवकुमार द्वारा किया जाता है. डिप्टी सीएम डी.के. शिवकुमार के भाई सुरेश शिवकुमार वोक्कालिगा समुदाय का चेहरा बनकर उभरने की पूरी कोशिश कर रहे हैं.
क्या कांग्रेस से डर गए दोनों दल
सूत्रों ने कहा कि बीजेपी और जेडीएस दोनों को राज्य में कांग्रेस सरकार की मजबूत स्थिति का एहसास हो गया है. अगर वे स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ते हैं तो कांग्रेस अधिकांश सीटें आसानी से जीत सकती है. इसके अलावा, 'ऑपरेशन हेस्ट' के तहत कांग्रेस के आक्रामक कदमों से दोनों दल चिंतित हैं. देवेगौड़ा अपने बेटे और पूर्व सीएम एचडी कुमारस्वामी के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं. कुमारस्वामी को हाल ही में अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उनके दिल की सर्जरी हुई थी.
कांग्रेस की है ये योजना
सूत्रों ने कहा कि जेडीएस मांड्या सीट बीजेपी के लिए छोड़ सकती है. सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पार्टी के कदम के बारे में जानकारी है और उन्होंने गठबंधन को हरी झंडी भी दे दी है. विधानसभा चुनावों में जीत और गारंटी योजनाओं के कार्यान्वयन के दम पर कांग्रेस पार्टी संसदीय चुनावों में 28 में से 20 सीटें जीतने का लक्ष्य बनाकर चल रही है.
(न्यूज एजेंसी आईएएनएस के साथ)
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