क्या बीजेपी पश्चिम बंगाल में एनआरसी के मुद्दे से पीछे हट रही है? सवाल इसलिए क्योंकि राज्य के बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने बुधवार को कहा कि प्रदेश में एनआरसी भविष्य का विषय है. अंग्रेजी अखबार द हिंदू में छपी खबर के मुताबिक उन्होंने कहा कि बंगाल में फिलहाल एनआरसी लागू होने नहीं जा रही है. उन्होंने कहा कि ये कब होगा (एनआरसी) और कैसे होगा ये भविष्य की बात है.
उन्होंने कहा कि- आसाम में एनआरसी सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर कराई गई थी. राजीव गांधी ने एनआरसी करने को कहा था. कोर्ट के आदेश पर हमने ये किया. मैं इस बात को बिल्कुल साफ करना चाहता हूं.
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उन्होंने जलपाईगुड़ी में पत्रकारों से बात करते हुए घोष ने राजीव गांधी का जिक्र किया और बीजेपी को इससे दूर रखने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर केंद्र सरकार ही इस बारे (एनआरसी के बारे में) में कोई फैसला करेगी.
उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनावों या फिर उपचुनावों में हार के लिए एनआरसी को जिम्मेदार कहना ठीक नहीं होगा. इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी कहा था कि फिलहाल एनआरसी को लेकर कोई योजना नहीं है.
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उन्होंने कहा कि देश में एक ही डिटेंशन सेंटर है जहां अवैध प्रवासियों को रखा जाता है. जिन लोगों के नाम एनआरसी से बाहर थे, वे सभी अपने घरों में ही रह रहे हैं. डिटेंशन सेंटर में केवल उन्हीं लोगों को रखा गया है जो अवैध रूप से भारत में दाखिल हुए.
अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री सही कह रहे थे कि इस पर कोई चर्चा नहीं हुई है. ना तो कैबिनेट और ना ही संसद में इस पर कोई चर्चा हुई है.
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दिल्ली की अपने रैली में कहा था कि एनआरसी को लेकर कभी कोई चर्चा नहीं हुई और ना ही इसको लागू करने की फिलहाल कोई योजना है.