पटना : राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के गाय से संबंधित एक बयान के बाद राजनीति गरमा गई है. लालू के बयान पर बीजेपी ने पलटवार किया है. लालू ने अपने पार्टी के कार्यकर्ताओं से बीजेपी के गाय के प्रति प्रेम की 'जांच' के लिए कहा था. इसके लिए बीजेपी नेताओं के घरों के सामने दूध नहीं दे सकने वाली बूढी गायों को बांधने के सलाह दी थी.


एक स्थानीय नेता ने अदालत में लिखित शिकायत भी दी थी


लालू के इस बयान के बाद बीजेपी के एक स्थानीय नेता ने अदालत में लिखित शिकायत भी दी थी. अब बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने लालू पर पलटवार किया है. सुशील मोदी ने कहा कि लालू और उनके कार्यकर्ता स्वयं को सबसे बड़ा गो-सेवक होने का दावा करते हैं तो वर्षों गाय से दूध प्राप्त करने के बाद उसे हमारे दरवाजे क्यों छोडना चाहते हैं ?


राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया


गौरतलब है कि गत 4 मई को राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया था. कहा था कि बीजेपी के लोग बूढ़ी और दूध नहीं दे पाने वाली गायों की सही मायने में देखभाल करते हैं या नहीं यह देखने के लिए उनके घरों के बाहर ऐसे मवेशियों को बांधे.


बैठक के दौरान लालू ने बीजेपी और आरएसएस पर हमला किया


नालंदा जिला के राजगीर में आयोजित राजद के प्रशिक्षण शिविर के बाद दल के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान लालू ने बीजेपी और आरएसएस पर हमला किया. दोनों पर वोट हासिल करने के लिए गोरक्षा के मुद्दे को भुनाने का आरोप लगाया. उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि बीजेपी नेता और जो लोग आरएसएस से जुडे हैं वे गोरक्षा के नाम पर अल्पसंख्यक को निशाना बना रहे हैं.


उन्हें अगर चार-छह डंडे भी खाने पडें तो उसे सहन कर लें


वे दूध के लिए नहीं बल्कि वोट के लिए ऐसा कर रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा था कि उनके ऐसा करने पर उन्हें अगर चार-छह डंडे भी खाने पडें तो उसे सहन कर लें. लाठी बर्दाश्त करें लेकिन गाय को बीजेपी नेता के घर पर जरूर बांधें. गोमाता के प्रति प्रेम जताने वाली बीजेपी के लिए अब ऐसा ही करना होगा.


मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में शिकायत दी थी


राजद प्रमुख लालू प्रसाद की इस सलाह के बाद गत छह मई को वैशाली जिला के भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के उपाध्यक्ष चंदेश्वर कुमार भारती ने अपने वकील लक्ष्मण कुमार सिन्हा के माध्यम मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में शिकायत दी थी. लालू और उनकी पार्टी राजद के चार अन्य कार्यकर्ताओं के खिलाफ आईपीसी की धाराओं 323, 341, 379 और 504 के तहत शिकायत पत्र दायर किया गया था.


दो बूढ़ी गाय बांधने आये तो उन्होंने इसका विरोध किया


वैशाली जिले के गुरौल थाना अंतर्गत विशनपुर गांव निवासी चंदेश्वर कुमार भारती के वकील ने आरोप लगाया था कि राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद द्वारा गत 4 मई को नालंदा जिला के राजगीर में किए गये आह्वान पर गत 5 मई को जब राजद कार्यकर्ता उनके मुवक्किल के घर के दरवाजे पर दो बूढ़ी गाय बांधने आये तो उन्होंने इसका विरोध किया.


मंत्री तेजप्रताप यादव के विधानसभा क्षेत्र महुआ में पड़ता है


विशनपुर गांव लालू के बडे पुत्र और मंत्री तेजप्रताप यादव के विधानसभा क्षेत्र महुआ में पड़ता है. भारती ने आरोप लगाया था कि उनके मुवक्किल द्वारा विरोध किए जाने पर राजद कार्यकर्ताओं ने उनके साथ मारपीट की तथा उनसे दो हजार रुपये भी छीन लिए. भारती ने यह भी आरोप लगाया था कि राजद कार्यकर्ताओं ने उन्हें उक्त बूढ़ी गायों को खिलाने, अपने दरवाजे पर रखने और उनकी सेवा करने के लिए धमकाया.


सही मायने में गाय से प्रेम करते हैं या नहीं की जांच के लिए कहा था


प्रभारी मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी मोहम्मद एफ बारी ने भारती के इस शिकायत के सुनवाई की अगली तारीख आगामी 19 मई निर्धारित करते हुए इसे अपर मुख्य न्यायधीश (चतुर्थ) को हस्तानांतरित कर दिया है. वहीं, राजद प्रवक्ता प्रगति मेहता ने कहा कि लालू प्रसाद ने केवल गोरक्षा की बात करने वाले बीजेपी नेता सही मायने में गाय से प्रेम करते हैं या नहीं की जांच के लिए कहा था.