BJP West Bengal Appointed In charges: 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने कमर कसनी शुरू कर दी है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के हाल के (26 दिसंबर) पश्चिम बंगाल दौरे के बाद पार्टी ने सत्ताधारी तृणमूल को घेरने के लिए नई रणनीति बनाई है. बीजेपी ने राज्य की सभी 42 लोकसभा सीट पर अलग अलग प्रभारी नियुक्त किए हैं. पश्चिम बंगाल प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने शनिवार (30 दिसंबर) को यह घोषणा की. इसे लोक सभा चुनाव के लिहाज से बेहद अहम माना जा रहा है.
कहां से किसे बनाया गया है प्रभारी?
न्यूज एजेंसी ANI की रिपोर्ट के मुताबिक पार्टी की तरफ से जारी सूचना के मुताबिक, नित्यानंद मुंशी को जलपाइगुड़ी का प्रभारी बनाया गया है. आनंदमय बर्मन संयुक्त प्रभारी नियुक्त किए गए हैं.
इसी तरह से अमिताभ मोइत्रा को कूचबिहार का प्रभारी नियुक्त किया गया है. सुशील बर्मन अलीपुरद्वार के प्रभारी बनाए गए हैं और सुशांत रावा को उनके साथ संयुक्त प्रभारी नियुक्त किया गया है. दार्जिलिंग के लिए विशाल लामा को प्रभारी और सुकर मुंडा व गोबिंद रॉय को संयुक्त प्रभारी बनाया गया है. लोकसभा चुनाव से पहले संगठन को मजबूती देने के अभियान में बीजेपी ने ये नियुक्तियां की हैं.
35 लोकसभा सिटें जीतने का लक्ष्य
आपको बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने बंगाल में 42 में से 18 सीटों पर जीत दर्ज की थी. हालांकि उसके बाद 2021 के विधानसभा चुनाव में पार्टी को अपेक्षित सफलता नहीं मिली और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने ही अपना परचम लहराया था. अब जबकि लोकसभा चुनाव नजदीक है तो बीजेपी ने पश्चिम बंगाल को खास वैल्यू दिया है.
हाल ही में 26 दिसंबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा एक दिवसीय दौरे पर कोलकाता आए थे. उन्होंने पार्टी की कोर कमेटी की बैठक की थी और सभी मोर्चे और आईटी सेल के पदाधिकारी को विशेष निर्देश दिए थे. शाह ने बंगाल बीजेपी को कम से कम 35 सीटें जीतने का लक्ष्य दिया है.
मोहन भागवत भी पहुंचे बंगाल
जेपी नड्डा और अमित शाह का दौरा खत्म होने के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सर संघ चालक मोहन भागवत भी पश्चिम बंगाल पहुंचे हैं. शनिवार को वह दो दिवसीय दौरे पर बंगाल पहुंचे हैं. सूत्रों ने बताया है कि बीजेपी के साथ उनकी समन्वय बैठक होनी है जो बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है.
इंडिया गठबंधन मे रार
आपको बता दें कि ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल विपक्षी इंडिया गठबंधन का महत्वपूर्ण हिस्सा है, लेकिन बंगाल में कांग्रेस और वाम दलों के साथ सीट बंटवारे को लेकर उसकी तकरार खत्म नहीं हो रही. खास बात ये है कि कांग्रेस,माकपा और तृणमूल, तीनों बंगाल में एक दूसरे पर लगातार हमलावर हैं जिसकी वजह से बंगाल में इंडिया गठबंधन की स्थिति स्पष्ट नहीं हो पा रही. ममता ने हाल ही में ऐलान किया है कि वे बंगाल में किसी पार्टी से गठबंधन नहीं करेंगी. हालांकि, उन्होंने कहा कि देशभर में बीजेपी के खिलाफ INDIA गठबंधन चुनाव लड़ेगा. उधर, बीजेपी अपनी संगठन की मजबूती पर ध्यान केंद्रित कर रही है.