नई दिल्ली: मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार का संकट बढ़ता जा रहा है. आज बीजेपी की विधायक दल की बैठक के बाद तय किया गया कि कांग्रेस बीजेपी विधायकों पर डोरे डाल सकती है. ऐसी सूरत में विधायकों को एकजुट रखने के लिए बीजेपी के सभी विधायकों को भोपाल से बाहर किसी स्थान पर रखा जाएगा. बीजेपी चार्टर प्लेन से 106 विधायक दिल्ली लाए जा रहे हैं, पौने ग्यारह बजे की चार्टर फ्लाइट से दिल्ली लाए जाएंगे. ये सभी विधायक दिल्ली या गुरुग्राम के होटल में ठहराए जा सकते हैं.
मध्य प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के 22 विधायक अभी तक अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष और राज्यपाल को भेज चुके हैं. खुद ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस से अपनी प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे चुके हैं. मध्यप्रदेश में इस सियासी उठापटक के बीच अब बीजेपी को अपने विधायकों को बचा के रखना होगा और यही वजह है कि बीजेपी अपने सभी विधायकों को लेकर मध्य प्रदेश से बाहर दिल्ली लेकर आ रही है.
फिलहाल मध्य प्रदेश बीजेपी के 106 विधायकों को दिल्ली या गुरुग्राम के होटल में ठहराया जाएगा. उसके बाद जरूरत हुई तो इन विधायकों को बेंगलुरु देहरादून अहमदाबाद भी ले जाया जा सकता है. मध्य प्रदेश बीजेपी ने अपने विधायकों को भोपाल से दिल्ली लाने के लिए स्पाइसजेट कंपनी का बड़ा विमान किराए पर लिया है. सभी विधायक एक ही विमान से दिल्ली पहुंचेंगे.
विधायक दल की बैठक में विधायकों को बताया गया कि उनकी पहली प्राथमिकता राज्यसभा का चुनाव है. कमलनाथ सरकार का गिरना तय है क्योंकि उनके पास अब बहुमत नहीं बचा है. इसलिए हमें एकजुट रहकर सबसे पहले राज्यसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी को वोट करना है.
जाहिर तौर पर मध्य प्रदेश का सियासी संकट हर पल रोचक होता जा रहा है. कांग्रेस के कमलनाथ के सामने जहां सरकार बचाने की चुनौती है. वहीं बीजेपी ना केवल ज्योतिरादित्य सिंधिया को राज्यसभा भेजकर एक अतिरिक्त सीट जीतने की जुगत में है. वहीं कमलनाथ सरकार को गिराकर फिर से एक बार मध्य प्रदेश की सत्ता में काबिज भी होना चाहती है.
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