पश्चिम बंगाल: चाइल्ड ट्रैफिकिंग के आरोप में फंसी जूही चौधरी को बीजेपी ने निकाला
नई दिल्ली: जलपाईगुड़ी में बच्चों की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार बीजेपी महिला मोर्चा की महासचिव जूही चौधरी को पार्टी से निकाल दिया गया है. जूही के पिता रविंद्र नारायण चौधरी ने भी बीजेपी की पश्चिम बंगाल इकाई की राज्य समिति से इस्तीफा दे दिया है.
जूही को आज पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी की अदालत में पेश किया गया, जिसने उसे 12 दिनों के लिए CID की कस्टडी में भेज दिया. जूही चौधरी को सीआईडी ने बीती रात भारत-नेपाल सीमा से सटे बतासिया क्षेत्र से गिरफ्तार किया था.
पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में विमला शिशु गृह चलानेवाली चंदना चक्रवर्ती नाम की महिला ने जूही चौधरी का नाम लिया था. इस मामले में ताजा ट्विस्ट ये है कि मुख्य आरोपी चंदना चक्रवर्ती ने बीजेपी सांसद रूपा गांगुली और बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का नाम भी इस मामले में उछाला है. उसका कहना है कि जूही चौधरी की इन दोनों नेताओं से बात हुई थी.
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि उनका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने पश्चिम बंगाल पुलिस की जांच पर सवाल उठाते हुए ये मामला किसी निष्पक्ष एजेंसी को सौंपने की मांग की है. रूपा गांगुली ने भी इन आरोपों को गलत बताया है.
सीआईडी इस मामले में पहले एक एनजीओ की चीफ अडॉप्शन ऑफिसर सोनाली मंडल, उसकी अध्यक्ष चंदना चक्रवर्ती और चंदना के भाई मानस भौमिक को गिरफ्तार कर चुकी है. बीजेपी की महिला नेता की गिरफ्तारी पर कांग्रेस ने कहा है कि बीजेपी के नेता इस पूरे मामले में जुड़े हुए हैं.