नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता का दावा है कि केजरीवाल की पार्टी में 12 हजार से 16 हजार रुपये तक की थाली मेहमानों को परोसी गई, जिसका भुगतान सरकारी खजाने से किया गया. बीजेपी के इस आरोप पर डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने माना कि हजारों रुपये की थाली के बिल की फाइल उनके पास आई थी, लेकिन उन्होंने इसे मंजूर नहीं किया. विजेंद्र गुप्ता ने सिसोदिया से अपने बयान पर जनता से माफी मांगने की मांग की है. बीजेपी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा भी मौजूद थे. संबित ने दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन पर कालाधन सफेद करने और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए.


विजेंद्र गुप्ता ने ट्विटर पर पोस्ट की फूड बिल की कॉपी


बीजेपी नेता विजेंद्र गुप्ता ने ये फूड बिल की कॉपी अपने ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट की है. जिसके बाद एमसीडी चुनाव से पहले केजरीवाल सरकार कटघरे में खड़ी हो गई है.


 

प्रेस कॉन्फ्रेंस में विजेंद्र ने लगाए आरोप

बीजेपी ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आप पर कई आरोप लगाए. विजेंद्र गुप्ता ने कहा, ‘’आप सादगी का झूठा नाटक करती है, बल्कि सच्चाई तो यह है कि वह ग्लैमर की सरकार है.’’ विजेंद्र गुप्ता ने कहा, ‘’महंगी थाली को लेकर डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने जांच कराने का झूठा बयान दिया है.’’

विजेंद्र गुप्ता ने कहा, ‘’हम जानना चाहते हैं कि ये जांच कौन कर रहा है और आपने कब इस जांच के आदेश दिए.’’ उन्होंने कहा, ‘’सिसोदिया ने जनता को गुमराह करने वाला बयान दिया है. अगर सिसोदिया के पास कोई सीधा जवाब नहीं है तो वह माफी मांगे.’’

विजेंद्र गुप्ता ने दावा किया है, ‘’केजरीवाल ने अपनी सरकार की पहली सालगिरह पर अपने घर पर पार्टी दी. जिसमें एक दिन 12472 रुपये और दूसरे दिन 16025 रुपये की थाली मेहमानों को परोसी गई.’’ विजेंद्र गुप्ता के मुताबिक-


  • 11 फरवरी 2016 को 12020 रुपये की 30 थालियां मेहमानों को परोसी गईं. जिसका 360600 रुपये बिल आया. जो वैट, सर्विस टैक्स लगाकर 480752 तक पहुंच गया. इस तरह एक थाली की कुल कीमत 16025 रुपये हुई.

  • इसी तरह 12 फरवरी को 9355 रुपये की 50 थालियां परोसी गईं. जो वैट, सर्विस टैक्स लगाकर 6 लाख 23 हजार 605 रुपये की हुई. अगर दोनों बिलों को जोड़ा जाए तो ये 1104357 रुपये हो जाता है.


अब बीजेपी पूछ रही है कि जो केजरीवाल बिना एलजी की अनुमति के पांच रुपये का पेन तक नहीं खरीदने का दावा करते थे. उन्होंने 11 लाख रुपये पार्टी के जश्न में कैसे उड़ा दिए.


13 हजार रुपये प्रति थाली वाला बिल पास नहीं किया- सिसोदिया


बीजेपी के इन आरोपों का दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने जवाब दिया है. सिसोदिया ये तो मानते हैं कि 13 हजार रुपये प्रति थाली वाला बिल उनके पास आया था. लेकिन वो ये दावा करते हैं कि उन्होंने इसे पास नहीं किया.


सिसोदिया ने कहा, ‘’13 हज़ार रु. के तथाकथित फूड बिल की फाईल अफसरों ने मंजूरी के लिए एक साल पहले मेरे पास भेजी थी और मैने इसे मंजूरी देने से साफ मना किया था. करीब 6 महीने से यह फाइल पूर्व उपराज्यपाल नजीब जंग के आफिस में मंगवाकर रख ली गई थी. ताकि इस चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी को बदनाम कर सकें.’’


एमसीडी चुनाव से पहले केजरीवाल के लिए मुसिबत खड़ी कर सकता है ये मुद्दा


सिसोदिया की इस सफाई से बीजेपी संतुष्ट नहीं है. वो इसे आप सरकार की फिजूलखर्ची का एक और उदाहरण बता रही है. केजरीवाल पहले ही मानहानि केस में जेठमलानी को सरकारी पैसे से तीन करोड़ से ज्यादा की फीस देने के मामले में कठघरे में घिर गए थए. ऐसे में एमसीडी चुनाव से ऐन पहले ये मुद्दा उनकी पार्टी के लिए फजीहत का सबब बन सकता है.