भोपाल: मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार में पर्यटन और संस्कृति मंत्री सुरेंद्र पटवा को बैंक ने शो कॉज नोटिस जारी करते हुए उन्हें विलफुल डिफॉल्टर घोषित करने की बात कही है...यह नोटिस बैंक का लोन न चुकाने के चलते जारी किया गया है.


 


2 मई 2005 को एनपीए एसेट भी घोषित कर दिया था.


दरअसल मंत्री पटवा की प्रदेश में पटवा ऑटोमोबाइल प्राइवेट लिमिटेड नाम की दुकान है. जिसके लिए पटवा ने 36 करोड़ रुपए का लोन बैंक ऑफ बड़ौदा से लिया था. बैंक ने मंत्री पटवा को तमाम नोटिस भेजे लेकिन इसके बावजूद पटवा और उनके परिवार के सदस्यों ने लोन नहीं चुकाया. जिसके बाद बैंक ऑफ बड़ौदा ने कर्ज लेने वाले सुरेंद्र पटवा, उनकी पत्नी मोनिका पटवा, भाई भरत पटवा व अन्य के खिलाफ कलेक्टर कोर्ट में केस भी दायर किया. इसके बाद बैंक ने पटवा और इन्स्टालमेन्ट न भरने के चलते 2 मई 2005 को एनपीए एसेट भी घोषित कर दिया था.


मंत्री सुरेंद्र पटवा के एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा के भतीजे हैं.


समाचार पत्र में नोटिस छपने के बाद बीजेपी के सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग इसे मंत्री का व्यक्तिगत मामला बताते हुए इसे कांग्रेस का प्रोपोगंडा बता रहे है. बैंक ने उनके खिलाफ 2 अगस्त को शो कॉज नोटिस जारी करते हुए 15 दिन का समय दिया है. अगर इस बीच मंत्री पटवा बैंक के नोटिस का पालन नहीं करते हैं तो उन्हें विलफुल डिफॉल्टर घोषत कर दिया जाएगा. आपको बता दें मंत्री सुरेंद्र पटवा एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा के भतीजे हैं.


मैहुल चौकसी और नीरव मोदी से की मंत्री पटवा की तुलना


मामला सामने आने के बाद विपक्षी दल को इस चुनावी साल में एक मुद्दा हाथ लग गया है...कांग्रेस प्रवक्ता शोभा ओझा का कहना है कि मेहुल चौकसी, नीरव मोदी की तरह मंत्री जी भी भागने की जुगाड़ में है.