इंफाल: मणिपुर में बीजेपी विधायक दल के नेता एन बीरेन सिंह मुख्यमंत्री बने. राज्यपाल नजमा हेफतुल्लाह ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. बीजेपी मणिपुर में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी रहने के बावजूद सरकार बनाने में सफल रही है.
इस शपथ के साथ ही बीजेपी ने सूबे में 15 साल से कांग्रेस सरकार का अंत कर दिया है. कांग्रेस नेता इबोबी सिंह बीते 15 साल से मणिपुर के सीएम थे.
उत्तर पूर्व के राज्य मणिपुर में बीजेपी की ये पहली सरकार है. इस तरह बीजेपी ने पांच में से चार राज्यों में अपनी सरकार बनाने जा रही है. उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में पार्टी को पूर्ण बहुमत मिला है और यहां अभी सरकार का गठन होना बाकी है. जबकि गोवा औ मणिपुर में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी रहने के बावजूद बीजेपी सरकार बनाने में कामयाब रही.
विधानसभा का गणित
मणिपुर विधानसभा में कुल 60 सीटें हैं. कांग्रेस 28 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी वहीं बीजेपी को 21 सीटों पर जीत मिली.
बीजेपी को न बहुमत मिला और न ही सबसे बड़ी पार्टी बन पाई लेकिन बाकी दलों के साथ मिलकर बीजेपी ने बहुमत का आंकड़ा जुटा लिया. बीजेपी का दावा है कि कुल 32 विधायक उसके साथ हैं.
बीजेपी के 21 विधायकों के अलावा नेशनल पीपुल्स पार्टी यानी एनपीपी के चार, नगा पीपुल्स फ्रंट के चार, एलजेपी के 1 और दो अन्य विधायकों के साथ बीजेपी के पास कुल 32 विधायक हैं जो बहुमत से ज्यादा है.
गोवा के बाद मणिपुर दूसरा राज्य है जहां सबसे बड़ी पार्टी नहीं होने के बाद भी बीजेपी की सरकार बनी है.