जम्मू: भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने कश्मीर के कुलगाम में आतंकियों के मारे गए तीन बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या के विरोध में प्रदर्शन किया है. इन कार्यकर्ताओं ने पीएम मोदी से मांग की कि गुप्तार घोषणा में शामिल सभी राजनेताओं को दोबारा से नजरबंद किया जाना चाहिए.
कश्मीर के कुलगाम में गुरुवार शाम मारे गए तीन बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या के विरोध में शुक्रवार सुबह भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ता सड़कों पर उतारे. पाकिस्तान और गुप्कार घोषणा में शामिल राजनेताओं के खिलाफ नारे लगाते हुए इन कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि जिस तरह से नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी के नेता लगातार आतंकियों के हक में बयान दे रहे हैं उससे कश्मीर में आतंकियों को ऑक्सीजन मिल रहा है.
कश्मीर में तेजी से लौटती शांति को भंग करने का कर रहें है प्रयास- बीजेपी
इन कार्यकर्ताओं ने कहा कि ऐसे नेताओं के बयानों से कश्मीर में तेजी से लौटती शांति भंग हो रही है. भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग की कि गुप्कार गैंग में शामिल सभी राजनेताओं को दोबारा नजरबंद किया जाना चाहिए ताकि कश्मीर में इस तरह से बेकसूर लोगों का खून बहना बंद हो. कश्मीर के कुलगाम में तीन बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या के विरोध में शुक्रवार को जम्मू में शिवसेना कार्यकर्ताओं ने पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन किया. शिवसेना की मांग थी कि गुप्कार घोषणा में शामिल महबूबा मुफ्ती अपने बयानों से आतंक को हवा दे रही है और उन्हें अपने बयानों से माफी मांगनी चाहिए.
गुरुवार शाम कश्मीर के कुलगाम में आतंकियों के मारे गए तीन बीजेपी कार्यकर्ताओं के विरोध में शुक्रवार सुबह शिव सेना के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया. कश्मीर में गुप्कार घोषणा में शामिल सभी राजनीतिक दलों पर निशाना साधते हुए शिवसेना कार्यकर्ताओं ने महबूबा मुफ्ती के बयानों को आड़े हाथों लिया. शिवसेना ने कहा के जम्मू कश्मीर तेज़ी से शांति की तरफ बढ़ रहा है लेकिन कुछ नेताओं को कुछ यह शांति बरदाश्त नहीं हो रहा.
महबूबा मुफ्ती को देश से अपने बयानों को लेकर माफी मांगनी चाहिए- शिवसेना
उन्होंने कहा कि चाहे महबूबा मुफ्ती हो या फारूक अब्दुल्ला यह नेता लगातार ऐसे प्रयास कर रहे हैं कि प्रदेश की शांति भंग हो. उन्होंने महबूबा मुफ्ती से मांग की कि वह अपने बयानों से देश से माफी मांगे. नरेंद्र मोदी से भी मांग की कि अगर इस तरह से गुप्कार घोषणा में शामिल राजनीतिक दल बयान देते रहे तो इन सभी राजनीतिक दलों को बैन किया जाना चाहिए.
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