किसान नेताओं की धमकी: 26 जनवरी को परेड में लेंगे हिस्सा, एक तरफ टैंक दूसरी तरफ होगा ट्रैक्टर
किसान नेताओं ने धमकी दी है कि आने वाले दिनों मे आंदोलन को और तेज किया जाएगा और 26 जनवरी को किसान राजपथ पर परेड में भी हिस्सा लेंगे.
नए कृषि कानूनों के विरोध में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और इसके आसपास हजारों की तादाद में आकर प्रदर्शन कर रहे किसान अपनी जिद पर अड़े हुए हैं कि सरकार इन्हें वापस ले. शुक्रवार को केन्द्र सरकार के साथ नौवें दौर की बातचीत से पहले किसानों ने कुंडली-पलवल-मानेसर (KMP) एक्सप्रेस वे पर ट्रैक्टर रैली निकालकर अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया. किसान नेताओं ने धमकी दी है कि आने वाले दिनों मे आंदोलन को और तेज किया जाएगा और 26 जनवरी को किसान राजपथ पर परेड में भी हिस्सा लेंगे.
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा- "हम 26 जनवरी को परेड में हिस्सा लेंगे. एक तरफ टैंक होगा तो दूसरी तरफ ट्रैक्टर." ट्रैक्टर रैली के बारे में उन्होंने आगे कहा- आज की रैली अच्छी रही. भारी संख्या में लोग 26 जनवरी को होने वाली परेड में हिस्सा लेने के लिए आएंगे.
We will participate in the parade on 26th January. The tanks will be on one side and the tractors on the other. Today's rally was good. People will come to Delhi in large numbers on that day too to take part in the parade: Rakesh Tikat, Spokesperson, Bhartiya Kisan Union pic.twitter.com/Ae4dnI14pO
— ANI (@ANI) January 7, 2021
उधर, केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ बात करने के बाद पंजाब बीजेपी नेता सुरजीत कुमार ज्ञानी ने कहा- सरकार सुनने को तैयार है, लेकिन किसान अपनी जिद पर अड़े हुए हैं. पंजाब में कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है. हमारे कार्यकर्ताओं के घर के बाहर धरना प्रदर्शन दिया जा रहा है.
उन्होंने आगे कहा- सरकार किसानों की मांगों को पूरा करने को तैयार है. लेकिन, किसान अब कानूनों की वापसी की मांग कर रही है. वे क्या कहना चाहते हैं? मैं सोचता हूं कि किसान संगठन समाधान नहीं चाहते हैं. मैं ऐसा मानता हूं कि उनकी योजना कुछ और है.
Govt is ready to fulfil all the demands of farmers. But farmers are now saying that the laws be repealed. Why are they saying that? I think farmer unions don't want a solution. I think their plan is something else: Surjit Kumar Jyani, BJP after meeting Home Minister Amit Shah https://t.co/ZfzSny2wxb
— ANI (@ANI) January 7, 2021
गौरतलब है कि गुरुवार को दिल्ली और इसके आसपास नए कृषि कानूनों पर प्रदर्शन कर रहे किसानों का 43वां दिन है. किसानों तीनों कृषि कानूनों की वापसी के साथ ही एमएसपी को कानून का हिस्सा बनाने की मांग कर रहे हैं. किसानों को डर है कि इन नए कानूनों के जरिए सरकार एमएसपी को खत्म कर देगी और उन्हें उद्योगपतियों के भरोसे छोड़ देगी. जबकि, दूसरी तरफ सरकार का यह तर्क है इन कानूनों के जरिए कृषि क्षेत्र में निवेश के अवसर पैदा होंगे और किसानों की आय बढ़ेगी.
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