चंडीगढ़ः हरियाणा में ब्लैक फंगस को लेकर चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. यह फंगस अब उन लोगों को भी अपनी चपेट में ले रहा है जिन्हें न तो कभी कोरोना हुआ है और न हीं वह डायबिटीज के मरीज हैं. नए मामले सामने आने के बाद राज्य के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की चिंता बढ़ गई है. उन्होंने कहा कि ब्लैक फंगस के कारणों को जानने के लिए और ज्यादा पड़ताल की जाएगी.
मामला सामने आने के बाद अनिल विज ने ट्वीट कर लिखा, ''हरियाणा के अलग-अलग अस्पतालों में ब्लैक फंगस के 413 मरीजों की डिटेल जानकारी हासिल की गई. इन मरीजों में 64 ऐसे लोग शामिल हैं जिन्हें न तो कभी कोरोना हुआ है और 79 ऐसे मरीज हैं जिन्हें डायबिटीज नहीं है.''
अनिल विज ने लिखा, ''110 मरीजों ने कभी स्टेरॉयड नहीं ली और 213 मरीजों ने ऑक्सीजन सपोर्ट भी नहीं लिया लेकिन ब्लैक फंगस की चपेट में आ गए हैं.'' ऐसे मरीजों के सामने आने के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने चिंता जाहिर की है और कहा है कि फंगस को लेकर और ज्यादा रिसर्च होनी चाहिए.
बता दें कि ये इंफेक्शन अबतक 92-95 प्रतिशत उन मरीजों में देखने को मिला है जिन्हें या तो डायबिटिक है या स्टेरॉयड का इस्तेमाल कर रहे हैं. कई राज्यों की सरकार ने इस फंगस को महामारी घोषित कर दी है.
दिल्ली एम्स के निदेशक, डॉ रणदीप गुलेरिया ने कहा कि ज्यादातर मरीज को ब्लैक फंगस कोरोना के अर्ली स्टेज में देखने को मिल रहा है. यह एक बड़ा चैलेंज है क्योंकि ब्लैक फंगस मरीजों का इलाज लंबे वक्त तक होता है.
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