(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
भारत में ब्लैक फंगस के करीब 9000 केस दर्ज, केंद्र ने राज्यों को दीं एम्फोटेरिसिन-बी की 23 हजार शीशियां
ब्लैक फंगस उन लोगों में ज्यादा फैल रहा है, जिनकी इम्यूनिटी कमजोर, शुगर, गुर्दे की बीमारी, दिल की बीमारी रोग और जिनको उम्र संबंधी परेशानी है या फिर जो आर्थराइटिस (गठिया) जैसी बीमारियों की वजह से दवाओं का सेवन करते हैं.पश्चिम बंगाल में ‘ब्लैक फंगस’ से मौत का पहला मामला सामने आया है. कोलकाता के एक अस्पताल में 32 साल महिला की ब्लैक फंगस के कारण मौत हो गई. महिला शुगर की बीमारी से पीड़ित थी.
नई दिल्ली: देश में म्यूकोरमाइकोसिस यानी ब्लैक फंगस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बाद ब्लैक फंगस के मामलों में बढोत्तरी हो रही है. देश में अबतक इस गंभीर बीमारी के करीब नौ हजार केस दर्ज किए जा चुके हैं. कई राज्यों ने ब्लैक फंगस को महामारी भी घोषित कर दिया है. जानिए देश में ब्लैक फंगस को लेकर क्या ताजा अपडेट है.
किन लोगों में होता है ब्लैक फंगस फैलने का डर?
ब्लैक फंगस कोरोना संक्रमण से पीड़ित या ठिक होने वाले लोगों के नाक, आंख, साइनस और कुछ मामलों में मस्तिष्क को भी नुकसान पहुंचा रहा है. ब्लैक फंगस उन लोगों में ज्यादा फैल रहा है, जिनकी इम्यूनिटी कमजोर, शुगर, गुर्दे की बीमारी, दिल की बीमारी रोग और जिनको उम्र संबंधी परेशानी है या फिर जो आर्थराइटिस (गठिया) जैसी बीमारियों की वजह से दवाओं का सेवन करते हैं.
अगर ऐसे मरीजों को स्टेरॉयड दी जाती है तो उनकी इम्यूनिटी और कम हो जाएगी, जिससे फंगस को प्रभावी होने का मौका मिलेगा. ऐसे में डॉक्टरों की उचित देखरेख में समुचित तरीके से स्टेरॉयड का इस्तेमाल किया जाना चाहिए. स्टेरॉयड गंभीर रूप से बीमार कोविड रोगियों के लिए एक जीवन रक्षक उपचार माना जाता है हालांकि इसके कुछ दुष्प्रमाण भी सामने आ रहे हैं.
राज्यों को मिली एम्फोटेरिसिन-बी की 23 680 शीशियां
केंद्रीय मंत्री सबनंदा गौड़ा ने बताया है कि ब्लैक फंगस के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को एम्फोटेरिसिन-बी की और 23 680 शीशियां बांटी गई हैं. आंध्र प्रदेश, गुजरात, हरियाणा, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान और तेलंगाना को 75 फीसदी दवा दी गईं हैं. इन राज्यों में ब्लैक फंगस के मामले बढ़ रहे हैं.
एलएनजेपी अस्पताल में ब्लैक फंगस के 21 मामले
दिल्ली सरकार की तरफ से संचालित लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल में अब तक ब्लैक फंगस के 20 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं. अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ. सुरेश कुमार ने कहा कि 21 मामलों में से 13 मरीज कोरोना वायरस से पीड़ित हैं. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने लोगों से सतर्क रहने और खुद से दवाएं, खास तौर पर स्टेरॉयड न लेने का अनुरोध किया और कहा कि शहर में 15 अस्पताल म्यूकोरमाइकोसिस के मरीजों का उपचार कर रहे हैं.
बंगाल में ‘ब्लैक फंगस’ से पहली मौत
पश्चिम बंगाल में ‘ब्लैक फंगस’ से मौत का पहला मामला सामने आया है. कोलकाता के एक अस्पताल में 32 साल महिला की ब्लैक फंगस के कारण मौत हो गई. कोलकाता के हरिदेवपुर की रहनेवाली शम्पा चक्रवर्ती को कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद शंभूनाथ पंडित अस्पताल में भर्ती कराया गया था. महिला मधुमेह से पीड़ित थी और इंसुलिन ले रही थी. वर्तमान में राज्य में पांच मरीज इस बीमारी का इलाज करा रहे हैं.
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