नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने कोविड महामारी का फायदा उठाते हुए लोगों के साथ चीटिंग और जालसाजी करने को लेकर अब तक 113 एफआईआर दर्ज की हैं. जिनमें 61 मामले दवाइयों, ऑक्सिजन और दूसरी जरूरी चीजों के नाम पर धोखाधड़ी करने को लेकर हैं जबकि 52 मामले ब्लैक मार्केटिंग और ओवरचार्जिंग को लेकर हैं. दिल्ली पुलिस अब तक ऐसे 100 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. दिल्ली पुलिस ने कोविड और साइबर हेल्पलाइन पर आने वाली शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए एक ही दिन में 37 मुकदमें भी दर्ज किए हैं.
साइबर चीटर पर भी है पुलिस की नजर
कोविड महामारी का फायदा उठा रहे फ्रॉड कॉलर और साइबर चीटर्स के खिलाफ भी पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. पुलिस ने पिछले 2 दिनों में 200 मोबाइल नंबर, 95 बैंक अकाउंट और 17 वॉलेट का पता लगाया है. जिनके जरिए परेशान लोगों का फायदा उठाकर उनकी गाढ़ी कमाई लूटी जा रही थी. पुलिस ने इन नंबर और अकाउंट को ब्लॉक करवाया है. इन नंबर का इस्तेमाल महामारी में दवाइयां, ऑक्सिजन सिलिंडर के लिए भटक रहे जरूरमंद लोगों के साथ जालसाजी करने के लिए किया जा रहा था.
दिल्ली से दूर झारखंड, बिहार में खोले गए थे ये बैंक अकाउंट
जालसाज कोविड से जुड़े जरूरी सामान जिनमें दवाइयां और दूसरी चीजें शामिल हैं. इन्हें सप्लाई करने का झांसा देकर अपने बैंक अकाउंट का आईएफएससी कोड देकर लोगों से खातों में पैसे डलवाकर धोखाधड़ी कर रहे थे. इनमें से कई अकाउंट दिल्ली से बेहद दूर झारखंड, बिहार और बंगाल के भी थे.
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