नई दिल्ली: मोदी सरकार ने काले धन के खिलाफ मुहिम के तहत चार्टर्ड एकाउंटेंट और कंपनी सेक्रेटरीज़ के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है. सरकार शेल कंपनियों के जरिए काला धन सफेद करने वाले प्रोफेशनल्स के खिलाफ कार्रवाई करने जा रही है.
सरकार का मानना है कि ब्लैकमनी के ज्यादातर मामलों में चार्टर्ड एकाउंटेंट महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. प्रवर्तन निदेशालय ने दो दिन पहले वीरेंद्र जैन औऱ सुरेंद्र जैन को इस घपले के आरोप में गिरफ्तार किया था. शक है कि 11 हज़ार करोड़ के घपले में 54 प्रोफेशनल्स शामिल हैं. ईडी इस सिलसिले में प्रोफेशनल्स को पूछताछ के लिए नोटिस भेजेगा और दोषी पाए जाने पर मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी.
अब तक ऐसे मामलों में प्रोफेशनल्स के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती थी. लेकिन अब पूरे देश में ऐसे मामलों में कार्रवाई की तैयारी की जा रही है.
कौन हैं वीरेंद्र जैन और सुरेंद्र जैन
शेल कंपनी बनाकर कालाधन सफेद करने के मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने वीरेंद्र जैन और सुरेंद्र जैन नाम के दो लोगों को गिरफ्तार किया था. इनपर 90 फर्जी कंपनियां बनाकर करीब चार हजार करोड़ रुपये की काली कमाई को सफेद करने का आरोप है.
सुरेंद्र जैन और वीरेंद्र जैन की गिरफ्तारी के बाद एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है. इन लोगों ने 90 फर्जी कंपनियां बनाकर करीब 559 लोगों को फायदा पहुंचाया. जिन लोगों को इन्होंने फायदा पहुंचाया ,उनमें कई बड़े नाम शामिल होने की भी आशंका जताई जा रही है.
बता दें कि रेडिसन ब्लू होटल के एक पार्टनर ने इन्हीं लोगों से अपना काला धन सफेद करवाया था. इसी तरह इन लोगों ने धनलक्ष्मी बैंक में आठ अलग-अलग खाते खुलवाए और मात्र तीन लाख की रकम को आठ करोड़ में बदल दिया.
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