नई दिल्ली: डेढ़ सौ साल बाद आसमान में आज अद्‌भुत नजारा दिखा. ये साल 2018 का पहला चंद्रग्रहण रहा. आज खगोलीय दुनिया में सुपर मून, ब्लड मून और ब्लू मून जैसी तीन दिलचस्प घटनाएं एक साथ हुईं. दिल्ली, कोलकाता, असम, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और उड़ीसा सहित ना सिर्फ भारत बल्कि दुनिया ने इस सुपर ब्लड ब्लू मून का नजारा देखा.


ये चंद्रग्रहण इसलिए भी खास रहा क्योंकि खगोलशास्त्रियों के मुताबिक अब इस तरह का चंद्रग्रहण साल 2037  में  नजर आएगा. यानि 19 साल तक इसका इंतजार करना होगा.  इस ग्रहण के दौरान पहले चांद सुर्ख लाल दिखा जिसे रेड मून या ब्लड मून कहते हैं. इसके बाद नजारा धीरे-धीरे चांद पर अंधेरा पूरी तरह छा गया जिसे विज्ञान की भाषा में 'सुपर मून' या 'फुल मून' कहते हैं.


यहां दिखा चंद्रग्रहण का अद्‌भुत नजारा




  • उज्जैन में दिखा चंद्रग्रहण.




  • जयपुर में पूर्ण चंद्रग्रहण, आज चांद  30% ज्यादा चमकीला और 14% बड़ा दिखेगा.

  • अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में स्टैच्यू ऑफर लिबर्ट्री के सामने चंद्रग्रहण का अद्‌भुत नजारा.




  • जापान में ब्लड मून  का दिलचस्प नजारा दिख रहा है.




  • दिल्ली में नजर आया ब्लड मून का नजारा, सुर्ख लाल दिख रहा है राजधानी में चांद.




  • नासा इस पूरी घटना का लाइव टेलीकास्ट कर रहा है. नासा की इस लाइव तस्वीर में चांद आंशिक लाल दिख रहा है.




  • कोलकाता में दिखा पूर्ण चंद्रग्रहण , सबसे पहले भारत में यहां दिखा था ब्लड मून और अब यहां पूर्ण चंद्रग्रहण हो गया है.


  • वाराणसी में दिखा आंशिक चंद्रग्रहण का नजारा.

  • उड़ीसा में दिखा सुपर ब्लू ब्लड मून का नजारा, आज दुनिया देख रही है खगोलीय दुनिया का अद्‌भुत नजारा.




  • गुवाहाटी और कोलकाता में  दिखा रेड मून,  भारत में पहली जगह दिखा चंद्रग्रहण का नजारा.




  • नासा ने पहली तस्वीर भेजी है. इस पूरी खगोलीय घटना पर नासा नजर बनाए हुए है. दुनियाभर के कई हिस्सों में लोग इस अद्‌भुत घटना को देखेंगे.




  • वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पर होने वाली विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती का समय खग्रास चंद्रग्रहण के कारण बदला गया है. आज यह आरती रात 9 बजे से होगा. 31 जनवरी 2018 को खग्रास चन्द्र ग्रहण का समय – शाम 5.17 से रात्रि 8.42 तक है. यह ग्रहण पूरे भारत में दिखेगा, इसके करण गंगा सेवा निधि द्वारा दशाश्वमेध घाट पर होने वाली सांध्य दैनिक मां गंगा की आरती रात्रि 9 बजे से प्रारम्भ होगा.


किसे कहते हैं चंद्र ग्रहण?


चंद्रमा और सूर्य के बीच में पृथ्वी के आ जाने को ही चंद्र ग्रहण कहते है. चंद्र ग्रहण तब होता है जब सूर्य और चंद्रमा के बीच पृथ्वी इस प्रकार आ जाती है कि पृथ्वी की छाया से चंद्रमा का पूरा या आंशिक भाग ढक जाता है. इस स्थिति में पृथ्वी सूर्य की किरणों के चंद्रमा तक पहुंचने में अवरोध लगा देती है तो पृथ्वी के उस हिस्से में चंद्र ग्रहण नजर आता है.


चंद्रमा को पूरी तरह पृथ्वी ने ढका


आज हुआ पूर्ण चंद्र ग्रहण भारत समेत विश्व के कई देशों में देखा गया.  ग्रहण की काली छाया ने शाम 5.18 बजे चंद्रमा को स्पर्श किया और इसी के साथ आंशिक चंद्र ग्रहण शुरू हो गया. पृथ्वी की छाया धीरे धीरे चंद्रमा को ढकती गई और इसके बाद शाम 6.21 से चंद्रमा को पृथ्वी की छाया पूरी तरह ढक लिया.