नई दिल्ली: जानलेवा 'ब्लू व्हेल' गेम को लेकर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बुधवार को कहा कि ऐसे गेम को स्वीकार नहीं किया जाएगा, जो युवाओं को सुसाइड तक कर लेने को उकसाते हैं. प्रसाद ने कहा कि सरकार ने इस संबंध में सभी आईटी कंपनियों को 'द ब्लू व्हेल चैलेंज' के प्रसार को रोकने के निर्देश दिए हैं.


मुंबई के अंधेरी ईस्ट स्थित शेर-ए-पंजाब कॉलोनी में 30 जुलाई को 14 साल के एक स्कूली छात्र मनप्रीत सिंह साहनी ने कथित तौर पर इसी गेम की वजह से पांच मंजिला बिल्डिंग से छलांग लगा दी. वहीं मणिपुर के एक पूर्व मंत्री के बेटे की भी दिल्ली में छत से गिरकर जान चली गई और इस मामले में भी माना जा रहा है कि 'ब्लू व्हेल' की वजह से ही ऐसा हुआ. केरल में एक नौजवान ने इस गेम की चुनौतियों को पूरा करने के दौरान फांसी पर लटककर जान दे दी.


रविशंकर प्रसाद ने कहा, "हमें ब्लू व्हेल से संबंधित कई शिकायतें मिली हैं, जो किशोरों और युवाओं को सुसाइड तक कर लेने को उकसाते हैं. आईटी कंपनियों को इस गेम के प्रसार को रोकने के लिए स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं." उन्होंने कहा, "मैं सभी आईटी कंपनियों से सरकारी निर्देश का सख्ती से पालन करने की अपील करता हूं. ऐसे गेम पूरी तरह अस्वीकार्य हैं."


सरकार ने गूगल, फेसबुक, माइक्रोसॉफ्ट और याहू सहित तमाम आईटी कंपनियों को ऐसे सभी लिंक हटाने को कहा है, जो उपभोक्ताओं को खतरनाक ऑनलाइन 'द ब्लू व्हेल चैलेंज' तक ले जाते हैं.


'द ब्लू व्हेल' खेलने वालों को 50 दिनों तक खुद को नुकसान पहुंचाने वाली कई चुनौतियां दी जाती हैं और इनके सबूत के तौर पर घटनाओं की वीडियोग्राफी करने को भी कहा जाता है. दुनियाभर में इस गेम की वजह से कथित तौर पर 130 से अधिक स्कूली छात्र-छात्राओं की मौत हो गई.