Mumbai BMC News: बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त संजीव कुमार ने गुरुवार को पीसी कर कहा कि इस वर्ष के बीएमसी (BMC) के बजट में शिव योगा केंद्र खोलने जाने की बात कही थी. अब तक 177 योगा केंद्र बन चुके हैं. अब तक 4500 लोग इन योगा केंद्रों से जुड़े हैं. योग केंद्रों (Mumbai Yoga Centre) में फ्लेक्सिबल टाइमिंग है. 25 से 30 लोग एक बैच में जा सकते हैं. आने वाले कुछ दिनों में केंद्रों की संख्या 200 से 300 तक जायेगी. ये योग केंद्र सभी वार्ड में मौजूद हैं. लोगों की संख्या इन केंद्रों से जुड़ने की बढ़ती जा रही है.
उन्होंने आगे कहा कि मुंबई के बड़े प्राइमरी हेल्थ को आगे बढ़ाने के लिए आशा कर्मचारियों को मजबूत किया जाएगा. आशा वर्कर के इंसेंटिव को दोगुना किया जाएगा. केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग 50% इंसेंटिव देंगे और बीएमसी 50% इंसेंटिव देगी. कम्युनिटी हेल्थ वालंटियर (CHV) को अब तक 7000 तक सैलरी दी जाति थी, लेकिन उनकी सैलरी भी बढ़ा दी गई है. अब 11000 रुपये सैलरी हेल्थ वॉलंटियर को दी जाएगी.
आशा वर्कर के पास रहेगी बीपी मशीन
बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त ने बताया कि बीएमसी हाइपरटेंशन (हाई बीपी) इस बीमारी पर अधिक ध्यान दे रही है. कई लोग इस बीमारी से पीड़ित हैं जिस वजह से कम्युनिटी लेवल पर स्क्रीनिंग की जायेगी. हर एक आशा कर्मचारी के पास बीपी मशीन रहेगी. 30 वर्ष से अधिक के लोगों की स्क्रीनिंग की जायेगी. अस्पतालों में हाइपरटेंशन के चेक अप के लिए स्क्रीनिंग कॉर्नर बनाए जायेंगे. वहीं 6 से 8 महीनों के बाद डायबिटीज और कैंसर के लिए भी स्क्रीनिंग कॉर्नर बनाए जायेंगे.
जंबो कोविड केंद्र क्यों किए जा रहे बंद?
कोविड केंद्रों के बंद करने पर अतिरिक्त आयुक्त ने कहा कि कोरोना के मामले कम होने के कारण कुल 5 जंबो कोविड केंद्रों को बंद किया जाएगा. 3 केंद्र पहले ही बंद हो चुके हैं और अब 5 अन्य केंद्र भी बंद होने जा रहे हैं. जो समान कोविड केंद्र से मिलेंगे वह मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल को दिए जायेंगे. स्वाइन फ्लू के मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है. पिछले वर्ष स्वाइन फ्लू के मामले काफी कम देखे गए थे, लेकिन इस वर्ष एक महीने में 62 से अधिक मामले अब तक दर्ज हो चुके हैं. यह मामले और भी बढ़ सकते हैं.
मंकीपॉक्स को लेकर बीएमसी तैयार
उन्होंने कहा कि स्वाइन फ्लू से पीड़ित मरीजों का इलाज कस्तूरबा अस्पताल में हो रहा है. टेस्टिंग NIV में और 8 से 9 निजी लेबोरेटरीज में भी होती है. टेस्टिंग हम तब ही करते हैं जब मरीज की तबियत अधिक गंभीर हो. मंकीपॉक्स को लेकर बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त ने कहा कि मंकीपॉक्स का एक भी मामला अब तक मुंबई में दर्ज नहीं हुआ है. हालांकि 2 संदिग्ध मरीजों की जानकारी हमें मिली थी, लेकिन वह चिकन पॉक्स के मामले थे. कस्तूरबा अस्पताल में 28 बेड तैयार हैं, लेकिन अब तक एक भी मामला सामने नहीं आया है.
स्लम में हर 100 मीटर पर होगा एक क्लीनिक
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में स्लम में हर 100 मीटर पर एक क्लीनिक (Mumbai Slum Clinic) तैयार करेंगे. जिसमें झुग्गी बस्तियों में रहने वाले लोगों का मुफ्त में इलाज किया जाएगा. सुबह 7 से रात के 10 तक सुविधा उपलब्ध रहेगी. आने वाले 1.5 से 2 महीने में ये काम शुरू हो जाएगा. कुछ महीनों बाद शहर में ऐसे ही क्लीनिक जरूरत पड़ने पर बनाए जायेंगे.
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