मुंबई: कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच बीएमसी ने अपने सर्कुलर में कहा कि मॉल, रेलवे स्टेशन, बस डिपो, बाजार, पर्यटन स्थल, सरकारी कार्यालयों जैसे भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर लोगों की सहमति के बिना रैंडम एंटीजन टेस्ट किए जाएं. यदि कोई व्यक्ति टेस्ट कराने से इनकार करता है, तो उसके खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत कार्रवाई होगी.
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में कोरोना के नए मामलों में बीते दिनों काफी बढ़ोतरी देखने को मिली है. इसके बाद से ही राज्य सरकार और बीएमसी अलर्ट मोड में आ चुकी है. मास्क नहीं पहनने और कोरोना से जुड़े नियमों को नहीं मानने वालों के खिलाफ कार्रवाई हो रही है और जुर्माना लगाया गया है.
मुंबई की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती धारावी में मार्च में अब तक कोरोना वायरस के 272 मामले आए हैं जबकि फरवरी में कुल 168 मामले आए थे. इस हिसाब से संक्रमण के मामले 62 फीसदी बढ़े हैं. धारावी में संक्रमण के बढ़ते मामले प्रशासन के लिए खतरे की घंटी है हालांकि उनका कहना है कि वे पिछले साल के मुकाबले इस बार स्थिति से निपटने के लिए बेहतर तरीके से तैयार हैं. यह झुग्गी बस्ती 2.5 वर्ग किलोमीटर से भी ज्यादा क्षेत्र तक फैली है. यह इलाका चमड़े, मिट्टी के बर्तन और कपड़े के कई छोटे उद्योगों का हब भी है.
उधर बीजेपी के सीनियर नेता और महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को कहा कि देश के दूसरे प्रांतों की तुलना में महाराष्ट्र में कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी की जांच के लिए विशेषज्ञों की समिति गठित की जानी चाहिए. पूर्व मुख्यमंत्री यहां के संभागीय आयुक्तालय में नागपुर के प्रभारी मंत्री नितिन राउत और जिला के अधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद संवाददाताओं से बात कर रहे थे. फडणवीस ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि राज्य में कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी का अध्ययन करने के लिए विशेषज्ञों की टीम गठित की जानी चाहिए. महाराष्ट्र दूसरे राज्यों से अलग नहीं है तो फिर यहां संक्रमण में इतनी बढ़ोतरी क्यों हो रही है?’’
बीजेपी नेता ने दावा किया कि अगर ज्यादा जांच होने से मामलों में बढ़ोतरी हो रही है तो दूसरे राज्य भी महाराष्ट्र की तुलना में प्रति दस लाख आबादी पर ज्यादा जांच कर रहे हैं. फडणवीस ने कोविड-19 टीकाकरण अभियान पर भी चिंता जताई और कहा कि टीकाकरण की प्रक्रिया धीमी चल रही है और रफ्तार बढ़ाई जानी चाहिए. महाराष्ट्र में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 25,681 नए मामले सामने आए और 70 लोगों की मौत हुई. राज्य में वर्तमान में 1,77,560 संक्रमित लोगों का इलाज चल रहा है.
दिल्ली में पिछले 24 घंटे में 800 से अधिक नए कोरोना के केस, इस साल एक दिन में सबसे अधिक आंकड़ा